पलामू जिले से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां जिले के लेस्लीगंज थाना क्षेत्र के एक गांव में गरीबी की भूख और बीमारी ने अपने ही बच्चे को बेचने पर मजबूर कर दिया। दरअसल इस गांव का एक परिवार गरीबी और बीमारी से जूझ रहा था। जिसके बाद इलाज के लिए दंपति ने अपने ही नवजात शिशु को 50 हजार में बेच दिया। मामला सामने आने के बाद प्रशासन और बाल संरक्षण संस्थाएं हरकत में आ गई हैं। वहीं अब मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी इस पर संज्ञान लेने का आदेश दे दिया है।
मुख्यमंत्री ने बीते शनिवार की शाम को पलामू के डीसी को इस पर गहन जांच करने और पीड़ित परिवार को तत्काल हरसंभव सहायता मुहैया कराकर नवजात शिशु को माता-पिता के पास सुरक्षित वापस लाने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद जिला प्रशासन पूरी तरह से सक्रिय हो गया है। वहीं संबंधित विभागों को परिवार की समस्याओं के समाधान के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दे दिए गए हैं।
निर्देश के बाद जिला बाल कल्याण समिति की टीम एक्टिव हो गई और गांव पहुंचकर मामले की जांच में जुट गई। टीम ने पीड़ित परिवार से बातचीत के बाद आश्वासन दिया है कि बच्चों की पढ़ाई, रहने-खाने और उपचार की सारी व्यवस्था की जाएगी। वहीं परिवार के बच्चों को हजार रुपये मासिक छात्रवृत्ति उपलब्ध कराने की घोषणा भी की गई।
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