रिपोर्ट: मंसूर खान ब्यूरो चीफ रामगढ़

रामगढ़ जिले के भुरकुंडा सीसीएल अस्पताल आदर्श क्षेत्रीय चिकित्सालय में मेदांता अस्पताल रांची द्वारा अस्पताल परिसर में कार्यरत सभी स्टाफ को दिया बेसिक लाइफ सपोर्ट ट्रेनिंग। शिविर कैंप का अध्यक्षता डॉ नदीम अनवर ने किया। वहीं मेदांता अस्पताल डॉ मनोज कुमार ने कहा अगर अकास्मिक अचानक किसी की धड़कनें हार्ड रुक गई कंप्रेशन रेस्पिरेशन इन दो चीजों से मरीज़ की जान बचाई जा सकती है।

अचानक किसी के साथ यह समस्या होतो मरीज़ के छाती को दबाना है मुंह के सांस से सांस देना है। जिससे मरीज की धड़कनें वापस चलने लगती है। डाक्टर नदीम अनवर ने अगर कोई व्यक्ति हादसे में घायल हो जाए या चलते-चलते सड़क पर बेहोश होकर गिर जाए अन्यथा धड़कन रुक जाए तो किसी भी व्यक्ति का प्रथम कर्तव्य उसकी जान बचाना के लिए बेसिक लाइफ सपोर्ट (बीएलएस) का ज्ञानबीएलएस बुनियादी चिकित्सा सहायता है, जो लोगों को अस्पताल पहुंचने से पहले या उन स्थितियों में दी जाती है, जहां चिकित्सा सुविधा तुरंत उपलब्ध नहीं होती है। मौके पर घायल को सीधा लिटा दें। उसकी नब्ज देखें, गर्दन की नाड़ी, नाक पर हाथ लगा देखें कि उसकी सांसें चल रही हैं। इसके बाद उसकी छाती खत्म होने व पेट शुरू होने वाली जगह पर अपने एक हाथ की हथेली पर दूसरे हाथ को रख कर उसे प्रेस करें। एक मिनट में 100 से 120 बार ऐसा करें। इसके बाद उसे अस्पताल पहुंचा दें ताकि मरीज़ को सही उपचार किया जाए।मौके पर मेदांता अस्पताल के डाक्टर मनोज कुमार। अभिमन्यु। जितेन्द्र। विवेक दीप।भुरकुंडा सीसीएल अस्पताल डाक्टर नदीम अनवर। डॉ रिया। फारूक रजा। लक्ष्मी।ललन प्रसाद। मुखिया अजय पासवान।यूनियन संजय वर्मा। लखेंदर राय। विकास कुमार। शंभू सिंह। इत्यादि
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