केंद्र एवं राज्य सरकार के दिशा-निर्देशों के आलोक में गुमला जिला प्रशासन द्वारा “धरती आबा जनजातीय जागृति अभियान” का सफलतापूर्वक संचालन पिछले एक माह से किया जा रहा है। उपायुक्त प्रेरणा दीक्षित के मार्गदर्शन में जिले के सुदूरवर्ती और अत्यंत पिछड़े क्षेत्रों में रह रहे नागरिकों को सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ने के उद्देश्य से यह व्यापक अभियान चलाया जा रहा है।
अब तक इस अभियान के तहत 678 से अधिक विशेष शिविरों का आयोजन किया जा चुका है। प्रतिदिन जिले के विभिन्न पंचायतों एवं गांवों में औसतन 40 शिविरों का आयोजन निरंतर जारी है। उपायुक्त प्रेरणा दीक्षित के स्पष्ट निर्देश हैं कि अभियान का प्राथमिक उद्देश्य PVTG (Particularly Vulnerable Tribal Groups) समुदाय के समावेशी विकास को सुनिश्चित करना है। इसी क्रम में अब तक जिले के 146 बहुमूल PVTG गांवों में विशेष शिविरों का आयोजन किया गया है, जिससे कुल 216 गांवों के नागरिकों को लाभ मिला है। इन शिविरों के माध्यम से अब तक 62,237 से अधिक PVTG समुदाय के लोगों को योजनाओं का प्रत्यक्ष लाभ दिया जा चुका है।
गुमला जिले के कई ऐसे PVTG गांव हैं जहाँ पूर्व में कभी किसी योजना से संबंधित शिविर का आयोजन नहीं हुआ था। इस अभियान के तहत हेल्ता, आदर, सारंगो, तुशगांव, खड़का, रामपुर, जर्जटा, नाथपुर, जरदा जैसे अत्यंत दुर्गम क्षेत्रों में भी शिविर लगाए गए। इन शिविरों में न केवल योजनाओं का लाभ दिया गया, बल्कि नागरिकों की सिकल सेल एनीमिया की स्क्रीनिंग, सामान्य स्वास्थ्य जांच, तथा प्राथमिक उपचार सुविधाएं भी उपलब्ध कराई गईं। अब तक अभियान के तहत 4095 छूटे हुए PVTG नागरिकों का सिकल सेल एनीमिया जांच किया जा चुका है।
उपायुक्त प्रेरणा दीक्षित ने कहा, “हमारा उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सरकार की हर योजना का लाभ जिले के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे। धरती आबा अभियान केवल योजनाओं के वितरण का माध्यम नहीं है, बल्कि यह शासन को लोगों के द्वार तक पहुंचाने का संकल्प है।” उन्होंने आगे कहा कि अभियान के पश्चात भी निरंतर संवाद और समाधान की प्रक्रिया जारी रहेगी, ताकि नागरिकों को योजनाओं का लाभ बिना किसी विलंब के मिल सके।
उपायुक्त ने यह भी बताया कि अभियान के समानांतर, जिले में नागरिकों की शिकायतों के समाधान हेतु प्रत्येक सोमवार और शुक्रवार को जन शिकायत निवारण दिवस का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें वे स्वयं आमजनों से मुलाकात करती हैं। साथ ही, उनके निर्देशानुसार प्रत्येक प्रखंड स्तर पर अंचल दिवस, जन शिकायत निवारण शिविर एवं मासिक थाना दिवस का भी नियमित आयोजन हो रहा है।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि, शिविरों में प्राप्त आवेदनों का यथासंभव स्थल पर ही समाधान किया जाए, ताकि नागरिकों को अनावश्यक चक्कर न काटने पड़ें और उन्हें त्वरित लाभ मिल सके। गुमला जिला प्रशासन इस अभियान को जनसहभागिता से जोड़ते हुए यह सुनिश्चित करने में लगा है कि सरकार केवल भवनों में सीमित न रहे, बल्कि हर नागरिक के द्वार तक पहुंचे।
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