
चतरा | इटखोरी
इटखोरी की अंचल अधिकारी (सीओ) सविता सिंह ने मंगलवार को कटुआ बिरहोर टोला पहुंचकर बिरहोर जनजाति के लोगों के बीच कुछ समय बिताया और उनकी समस्याओं को बेहद संवेदनशीलता के साथ सुना। इस दौरान बिरहोर महिलाओं ने रोजगार की गंभीर समस्या से उन्हें अवगत कराया।
सीओ सविता सिंह ने बिरहोर समाज को नशा मुक्त जीवन अपनाने का संदेश देते हुए सभी से दारू छोड़ने की अपील की। उन्होंने कहा कि नशा समाज की प्रगति में सबसे बड़ी बाधा है, खासकर महिलाओं और बच्चों के भविष्य को इससे गहरा नुकसान पहुंचता है। इस क्रम में उन्होंने बिरहोरों के मुखिया (अभिभावक) शनिचर बिरहोर को दारू नहीं पीने का संकल्प भी दिलाया, जिसे सुनकर टोला में सकारात्मक माहौल देखने को मिला।
महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में सीओ ने पत्तल और दोना बनाने जैसे पारंपरिक व व्यावहारिक रोजगार का सुझाव दिया। उन्होंने भरोसा दिलाया कि कौशल विकास योजना के तहत महिलाओं को प्रशिक्षण दिलाने की व्यवस्था की जाएगी, ताकि उन्हें स्थायी रोजगार से जोड़ा जा सके और उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत हो।
सीओ सविता सिंह ने कहा कि आज भी बिरहोर जनजाति सामाजिक और आर्थिक रूप से काफी पिछड़ी हुई है, और प्रशासन की प्राथमिकता है कि उन्हें मुख्यधारा से जोड़ा जाए। उनके इस जमीनी और मानवीय प्रयास ने बिरहोर समुदाय के लोगों के दिल को छू लिया।
सीओ के सरल, संवेदनशील और प्रेरणादायी व्यवहार से बिरहोर समाज के लोग काफी खुश और उत्साहित नजर आए। ग्रामीणों ने उम्मीद जताई कि इस पहल से उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव आएगा। सीओ सविता सिंह की यह सक्रियता और जनजातीय समाज के प्रति समर्पण प्रशासनिक संवेदनशीलता का एक सराहनीय उदाहरण बनकर सामने आया है।
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