रामगढ़ जिले के भुरकुंडा हॉस्पिटल कॉलोनी से रोज़ी रोटी अपने पेट को लेकर आंध्रप्रदेश जा रहें युवक रविन्द्र गंजू की संदेहास्पद मौत हो गई। जिसके बाद इलाके में शौक़ की लहर है और परिजनों का रो-रो कर बूरा हाल। बता दें कि रविन्द्र गंजू एक गरीब परिवार से है, घर की जिम्मेदारियों को निभाने रोजी-रोटी और दो पैसे कमाने के लिए वो 25/11/23 को अपने चार साथियों के साथ कमाने के लिए आंध्रप्रदेश जा रहा था लेकिन कंपनी पहुंचने से पहले बीच रास्ते में ही संदेहास्पद मौत हो गई। आंध्र प्रदेश के एलुरु जिला एवं पूर्वी गोदावरी जिले के अंतर्गत राजमुंदरी कोय्यलागुडेम पुलिस स्टेशन क्षेत्र में डेड बॉडी मिली है।मौत कैसे हुई इसका खुलासा नहीं हुआ लेकिन आंध्रप्रदेश पुलिस इसे हत्या आत्महत्या दो पहलू से देख रहें।जानकारी अनुसार रविन्द्र गंजू अपने कंपनी पहुंचने वाले थे लेकिन 200 किलोमीटर दूरी पर अपने साथियों से बिछड़ गए और बीच रास्ते में ही उसकी मौत हो गई गलें में रस्सी का फंदा भी मिला है। रविन्द्र गंजू के परिवार की आर्थिक स्तिथि इतना खराब है कि बेटे के मौत की खबर बाद पार्थिव शव अबतक लाने को नहीं जा सकें। इसके लिए मुखिया अजय पासवान ने विधायक अंबा प्रसाद को इस घटनाक्रम संबंधित अवगत कराई गई है विधायक द्वारा पहल करने की बात कही गई लेकिन फिलहाल विधायक द्वारा कोई पहल नहीं की गई। दूसरी और परिजन और मुखिया द्वारा सांसद जयंत सिन्हा से लगातार संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन सांसद महोदय द्वारा अभी तक कोई रिस्पांस नहीं। ऐसे में मृतक के माता पिता का दर्द अब समाजिक स्तर आर्थिक सहायता के द्वारा समाधान कर पार्थिव शव को लाया जा सकता है। हालांकि डेड बॉडी लाने का कुछ हद तक सहयोग आंध्रप्रदेश पुलिस भी करने को तैयार हैं लेकिन इतने में डेड बॉडी नहीं लाया जा सकता जिसके लिए परिजनों ने सांसद और विधायक से गुहार लगाई लेकिन इसका कोई रिस्पांस नहीं।
Leave a comment