रिपोर्ट :-अमर गोस्वामी…..

लोहरदगा जिले के रेलवे स्टेशन पर भारतीय खाद्य निगम (फूड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया) एफसीआई के द्वारा रेलवे रैक प्वाइंट पर खाद्यान्न का डिपो बनाया गया है जहां ट्रेन से अनाज उतरते ही उसे तुरंत गोदामों में भेजना होता है लेकिन परिवहन के लिए पर्याप्त ट्रक नही होने के कारण रेलवे रैक प्वाइंट पर ही अनाज कई दिन तक खुले आसमान के नीचे पड़ी रहती है

वही जिले में मौसम का मिजाज बदली हुई है और लगातार 3 दिनो से हल्की बारिश हो रही है जिससे अनाजों को नुकसान पहुंच रहा है। यह अनाज गुमला और लोहरदगा जिले में राशन दुकानों के माध्यम से गरीबों के बीच बटने वाला है जो खुले आसमान के नीचे तिलपाल के भरोसे पड़ी हुई है।

वही दो जिले के राशन बड़ी मात्रा में रेलवे रैक प्वाइंट पर उतारी जाती है जिसे सिमडेगा के ठेकेदार सुबीर कुमार के द्वारा गोदामों तक पहुंचाई जाती है। गोदामों तक पहुंचने में देर के कारण बारिश के चलते राशन का कुछ हिस्सा भींग रहा है जिसे तिरपाल के माध्यम से ढकने का प्रयास किया जा रहा है।

वही जो चावल नीचे गिर जाती है या खराब होती है उसे भी बोरा में भरा जा रहा है। एफसीआई ठेकेदार की लापरवाही के कारण समय पर अनाजों को गोदामों तक पहुंचाई नही जा रही है जिससे बारिश में गरीबों के अनाज का हिस्सा बरबाद हो रहा है।रेलवे रैक प्वाइंट पर खाद्यान्न के देखभाल कर रहे लोगो ने दावा किया की अनाजों की बारिश के कारण कोई नुकसान नहीं हुआ है और तिरपाल में अच्छे से चावलो को रखा गया है लेकिन हकीकत ये है की तिरपाल में चावल सही तरीके से सुरक्षित नहीं है और चावल का कुछ हिस्सा भींगकर बरबाद हो चुके हैं जिसे अलग से बोरे में भरा जा रहा है। पूरे मामले पर लोहरदगा डीसी वाघमारे प्रसाद कृष्ण ने कहा की मामले की छानबीन की जाएगी और सही तरीके से अनाजों को स्टोर करने के लिए कदम उठाए जाएंगे जिससे चावल बरबाद न हो। ..
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