रायडीह प्रखंड के सुरसांग थाना क्षेत्र में सुरसांग से गुमला जिले के अंतिम सीमांत तक बनी ग्रामीण सड़क की हालत अत्यंत दयनीय हो गई है, जिससे स्थानीय ग्रामीणों का जीवन कठिन हो गया है। खराब सड़क के कारण न केवल लोग अपनी दैनिक जरूरतों के लिए परेशान हैं, बल्कि गर्भवती महिलाओं और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीजों को अस्पताल तक पहुंचने में भी भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि सिमडेगा जिले में चल रहे सड़क निर्माण कार्य के दौरान भारी वाहनों जैसे 10 और 12 चक्का हाइवा और ट्रैक्टर का लगातार परिचालन सड़क की बदतर स्थिति का मुख्य कारण बन रहा है। सड़क पर जगह-जगह दो-दो फुट गहरे गड्ढे बन गए हैं, जिससे चार पहिया या तीन पहिया वाहन तो दूर, पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है।
सुरसांग, बर्फानी, कारंजकु, करमटोली, पोरलडीप, गिद्धखोता, थामगरा, बालीधोवा और तिल्हाइटाई टोला के ग्रामीण इस खराब सड़क के कारण प्रतिदिन परेशान हैं। सोमवार सुबह 9 बजे स्थानीय लोगों ने बताया कि बारिश के मौसम में सड़क की स्थिति और भी खराब हो जाती है। गर्भवती महिलाओं और गंभीर रोगियों को अस्पताल ले जाने में गंभीर समस्या उत्पन्न हो रही है। कई बार मोटरसाइकिल चालक सड़क के गड्ढों में गिरकर दुर्घटना का शिकार हो चुके हैं।
स्थानीय लोगों ने ठेकेदार पर आरोप लगाया है कि वह सड़क की सही देखभाल नहीं कर रहा और पुल-पुलियों की स्थिति भी बिगड़ गई है। ग्रामीणों ने प्रशासन से सड़क की मरम्मत और सुधार के लिए तत्काल कदम उठाने की मांग की है। सुरसांग से सिमडेगा तक बनी यह सड़क न केवल गुमला जिले के ग्रामीणों के लिए यात्रा का मुख्य मार्ग है, बल्कि यह जन जीवन, स्वास्थ्य और सुरक्षा से भी सीधे जुड़ी हुई है। सड़क की जर्जर स्थिति ने ग्रामीणों में आक्रोश पैदा कर दिया है, और वे प्रशासन से शीघ्र समाधान की उम्मीद लगाए हुए हैं।
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