
कटकमसांडी: जैसा कि सभी विद्युत उपभोक्ताओं को पता है की सभी विद्युत उपभोक्ताओं के परिसर में मीटर लगाना अनिवार्य है। वर्तमान समय में विभाग द्वारा सभी विद्युत उपभोक्ताओं के परिसर में विभागीय मीटर निःशुल्क लगाया जा रहा है। शहरी क्षेत्र के लगभग सभी विद्युत उपभोक्ताओं के यहां तो पहले से ही विद्युत मीटर लगा हुआ है, और अब ग्रामीण क्षेत्र के लगभग सभी विद्युत उपभोक्ताओं के परिसर में मीटर लगा दिया गया है या , जिनके यहाँ अभी तक मीटर नहीं लग पाया है, उनके यहाँ कुछ दिनों में अनिवार्य रूप से मीटर लगा दिया जाएगा।
आशय यह है कि सभी विद्युत उपभोक्ताओं के परिसर में मीटर अनिवार्य है।
कई विद्युत उपभोक्ताओं के परिसर में पहली बार मीटर लगने के कारण उन्हें मीटर के बारे में बहुत चीजों की जानकारी नहीं रहती है। वैसे सभी विद्युत उपभोक्ताओं की जानकारी के लिए दो चित्र बनाई गई है, उक्त चित्र के माध्यम से कोई भी उपभोक्ता यह समझ सकते हैं कि उनके परिसर में लगे मीटर का कनेक्शन कैसा होना चाहिए और कैसा नहीं होना चाहिए।
सामान्यतः सभी विद्युत उपभोक्ताओं के घरों में मीटर, कट-आउट एवं चेंज-ओभर लगा हुआ है। उक्त दोनों चित्र में कुल आठ मीटर का कनेक्शन दिखाया गया है, जिसमें से केवल एक कनेक्शन सही है, जिसे क्रम संख्या 01 में दिखाया गया है। उक्त दोनों चित्र में बाकी क्रम संख्या 02 से 08 में दिखाए गये मीटर का कनेक्शन गलत है।
01• इस चित्र में पोल से आने वाला तार सीधे मीटर में जाकर, फिर कट-आउट और फिर चेंज-ओभर में जा रहा है। पोल से मीटर तक आने वाले तार में कोई कटिंग नहीं है, और उपभोक्ता द्वारा उपयोग किये जाने वाले खपत की जाने वाली ऊर्जा का मुल्यांकन मीटर में सही-सही हो सकेगा। सभी उपभोक्ताओं का कनेक्शन ऐसा ही हो
02• इस चित्र में पोल से आने वाला तार पहले कट-आउट में जाकर फिर मीटर में जा रहा है, चुंकी पोल से आने वाला तार में मीटर से पहले कट-आउट के माध्यम से कटिंग हो गई है। इस तरह के कनेक्शन में उपभोक्ता द्वारा उपयोग किए जा रहे उर्जा का सही-सही मुल्यांकन संभव नहीं है।
03• इस चित्र में पोल से आने वाला तार पहले चेंज-ओभर में जाकर फिर मीटर में जा रहा है, चुंकी पोल से आने वाला तार में मीटर से पहले चेंज-ओभर के माध्यम से कटिंग हो गई है। इस तरह के कनेक्शन में उपभोक्ता द्वारा उपयोग किए जा रहे उर्जा का सही-सही मुल्यांकन संभव नहीं है।
04• इस चित्र में मीटर का कनेक्शन सही किया गया है, परन्तु पोल से मीटर में जाने वाले तार के आलावा अलग से एक तार द्वारा भी विद्युत का उपयोग किया जा रहा है, जिसका मुल्यांकन मीटर में नहीं हो पा रहा है। इसलिए यह कनेक्शन गलत है।
05•इस चित्र में मीटर का कनेक्शन सही किया गया है, परन्तु पोल से मीटर में जाने वाले तार में मीटर से काफी पहले ही फेज तार में कटिंग कर विद्युत ऊर्जा का उपयोग किया जा रहा है, जिसका मुल्यांकन मीटर में नहीं हो पा रहा है। इसलिए यह कनेक्शन गलत है। इसे मीटर बायपास कहा जाता है।
06•इस चित्र में मीटर का कनेक्शन सही किया गया है, परन्तु पोल से मीटर में जाने वाले तार में मीटर के पास ही, मीटर से पहले फेज तार में कटिंग कर विद्युत ऊर्जा का उपयोग किया जा रहा है, जिसका मुल्यांकन मीटर में नहीं हो पा रहा है। इसलिए यह कनेक्शन गलत है। इसे मीटर बायपास कहा जाता है।
07•इस चित्र में मीटर का कनेक्शन सही किया गया है, परन्तु पोल से मीटर में जाने वाले तार में मीटर से काफी पहले ही अर्थ तार में कटिंग कर विद्युत ऊर्जा का उपयोग किया जा रहा है, जिसका मुल्यांकन मीटर में नहीं हो पा रहा है। इसलिए यह कनेक्शन गलत है। इसे मीटर बायपास कहा जाता है।
08•इस चित्र में मीटर का कनेक्शन सही किया गया है, परन्तु पोल से मीटर में जाने वाले तार में मीटर के पास ही, मीटर बॉक्स में ही, मीटर से पहले फेज तार में कटिंग कर विद्युत ऊर्जा का उपयोग किया जा रहा है, जिसका मुल्यांकन मीटर में नहीं हो पा रहा है। इसलिए यह कनेक्शन गलत है। इसे मीटर बायपास कहा जाता है।
सभी विद्युत उपभोक्ताओं से अनुरोध किया जाता है कि आप हमेशा अपने घर में चित्र क्रम संख्या 01 के अनुसार ही मीटर का कनेक्शन रखें, ताकि आपके द्वारा खपत किए जा रहे विद्युत ऊर्जा का सही-सही मुल्यांकन हो सके। मीटर बायपास कर विद्युत ऊर्जा का उपयोग करना विद्युत अधिनियम के तहत दंडनीय अपराध की श्रेणी में आता है। मीटर बायपास कर विद्युत ऊर्जा का उपयोग कभी नहीं करें। एक बात का हमेशा ही ध्यान रखें की पोल से मीटर तक जाने वाले तार में किसी भी तरह की कोई कटिंग नहीं हो। पोल से आने वाला तार सबसे पहले मीटर में जाएगा, फिर कट-आउट में और फिर चेंज-ओभर में। कभी भी मीटर से पहले कट-आउट और चेंज-ओभर का उपयोग नहीं करें। जागरूक बनें और जानकार बनें।अतः प्रिय ऊभोक्ताओं से आग्रह है कि कृपया मीटर से ही लाइन जलाये एवं सरकार द्वारा दी जा रही 100 यूनिट बिजली फ्री का लाभ उठाये |यह जानकारी कटकमसांडी सहायक विद्युत अभियंता कृष्णदेव प्रजापति द्वारा दी गई।
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