रिपोर्ट: मंसूर खान ब्यूरो चीफ रामगढ़
रामगढ़ जिले के भुरकुंडा परियोजना अंतर्गत बलकूदरा स्थित वर्षों से बंद पड़ी ओपन कास्ट खदान से दिनदहाड़े ग्रामीण जान जोखिम में डालकर कोयला निकाल रहे हैं कभी भी घट सकती है बड़ी दुर्घटना। जानकारी अनुसार बड़े बड़े चट्टान के नीचे कुएं के जैसा सुरंग बनाकर प्रतिदिन जान जोखिम में डालकर कुछ व्यक्ति कोयला निकालने में लगे हुए हैं।

जिस स्थान से ग्रामीणों द्वारा जान हथेली पर रखकर सुरंग खोदकर कर कोयला निकाला जा रहा है जिसके ऊपर के भाग में चट्टाने हैं जो कभी भी धंस सकती है कभी बड़ा हादसा हो सकता है।
ज्ञात हो कि बलकूदरा पुरानी ओपन कास्ट खदान लगभग 25 वर्ष पहले खोली गई थी और कोयला निकालने के बाद खदान को बंद कर दिया गया हैं। प्रतीत होता है बलकूदरा पुरानी खदान कई वर्षों से बंद होने के बाद सीसीएल सुरक्षाकर्मी द्वारा इस पुराने खदान पर नजर रखना और सीसीएल द्वारा निगरानी रखना बंद कर दिया गया है।शायद बंद पड़ी खदान बलकूदरा कुरसे के अंतिम सीमा पर है और आसपास घने जंगल के साथ पूरी तरह सन्नाटा पसरा रहता है शायद इस कारण सीसीएल सुरक्षाकर्मी और प्रबंधक का इस पर नजर नही है।
जिस कारण ग्रामीण द्वारा अपने जान जोखिम में डालकर बंद पड़ी खदान के किनारे के भागों से रात के अलावा दिनदहाड़े भी बड़ी मात्रा में कोयला निकाला जा रहा है।
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