तृतीय रॉस्टर में ईटकी, नगड़ी, बेड़ो व लापूंग प्रखंड को शामिल किया गया।
रांची : माननीय नालसा के तत्वावधान में माननीय झालसा के निर्देश में माननीय न्यायायुक्त-सह-अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकार, रांची के मार्गदर्शन में आज दिनांक 11.06.2025 को नगड़ी ब्लॉक में साथी अभियान के तहत 18 वर्ष से कम उम्र के निराश्रित बच्चों के चिन्हितीकरण के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
तृतीय कड़ी में ईटकी, नगड़ी, बेड़ो व लापूंग प्रखंड को शामिल कर नगड़ी ब्लॉक में एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन कर जागरूकता कार्यक्रम किया गया। इस कार्यक्रम में डालसा सचिव श्री रवि कुमार भास्कर, नगड़ी बीडीओ सुश्री दिपाली भगत, सी.ओ. श्री राकेश कुमार, प्रमुख मधुवा कच्छप, उप-प्रमुख अपसना प्रवीण, जिला परिषद पुनम देवी, सरपंच शिला देवी, गुलरेज अंसारी, मुखिया, सीडीपीओ, पीएलवी रीना लिण्डा, सोनम कुमारी, उमेश कुमार, फुलकुमारी, रीता कुमारी महली, विधि के छात्र-छात्राएं, एलएडीसी सहायक सुश्री शिवानी सिंह समेत अन्य लोग उपस्थित थे।
डालसा सचिव, रवि कुमार भास्कर ने कहा कि जो बच्चे बेसहारा श्रेणी में आते हैं, उनका आधार पहचान होना जरूरी है। साथी नामक अभियान माननीय नालसा के तत्वावधान में माननीय झालसा के द्वारा संचालित किया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य जो अनाथ हैं, बेघर अथवा बेसहारा है, जिनका सुरक्षा का कोई अधिकार नहीं है, उन्हें डालसा चिन्हित कर जिला प्रशासन के साथ समन्वय स्थापित कर बच्चों को मदद पहुंचाना है।
ज्ञात हो कि श्री भास्कर में अपने संबोधन में कहा कि साथी नामक एक राष्ट्रीय अभियान शुरू करने का उद्देश्य बेसहारा बच्चों को कानूनी पहचान प्रदान करना और सामाजिक कल्याण तक पहुँच को सुगम बनाना है। सड़कों पर या देखभाल गृहों में रहने वाले ऐसे कई बच्चों के पास आधार नहीं है, जो विभिन्न बाल कल्याण कानूनों के तहत सरकारी लाभ, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और सुरक्षा प्राप्त करने का एक महत्वपूर्ण प्रवेश द्वार है। साथी का उद्देश्य जिला विधिक सेवा प्राधिकरणों (डीएलएसए) के नेतृत्व में एक मिशन मोड दृष्टिकोण में सर्वेक्षण, आधार पंजीकरण और कानूनी सहायता के माध्यम से लाभ पहुंचाना है।
नगड़ी बीडीओ सुश्री दिपाली भगत ने कहा कि माननीय नालसा द्वारा लाये गये साथी अभियान स्वागत योग्य है। इस अभियान के तहत असहाय व अनाथ बच्चों को सहारा मिलेगा और उनका एक अलग पहचान भी बनेगा। आगे उन्होंने कहा कि पंचायत में मुखियाओं के द्वारा जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन कर लोगों को जागरूक किया जायेगा, ताकि अधिक से अधिक अनाथ बच्चों का चिन्हितिकरण हो तथा सरकार द्वारा चलाये जा रहे योजनाओं का लाभ दिलाया जा सके।
एलएडीसी सहायक सुश्री सिंह ने कहा कि अनाथ बच्चों को चिन्हित कर उन्हें मुख्यधारा में लाना ही एकमात्र उद्देश्य है। ‘‘जिनका कोई नही, उनका डालसा है’’ जिला प्रशासन से समन्वय स्थापित कर सरकार द्वारा चलाये जा रहे लाभकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए हर संभव प्रयास किया जायेगा।
अंत में कार्यरत पीएलवी के द्वारा जागरूकता हेतु लिफलेट व पम्पलेट का वितरण भी किया गया।
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