रिपोर्ट – सुमित कुमार पाठक पतरातु
पतरातु मंडल अंतर्गत ग्राम कटिया बस्ती के सभी बूथ एक साथ शक्ति केंद्र कटिया रोड नंबर 5 में संयुक्त रूप डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी का 72वें पुण्यतिथि बलिदान दिवस के रूप में मनाया गया। जिसकी अध्यक्षता भाजपा पतरातू मंडल उपाध्यक्ष सह मुखिया किशोर कुमार महतो एवं संचालन भाजपा युवा मोर्चा पतरातू मंडल अध्यक्ष गणेश कुमार ठाकुर के द्वारा किया गया. वही किशोर कुमार महतो ने कहा की डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी 6 जुलाई, 1901 – 23 जून, 1953 एक भारतीय राजनीतिज्ञ, शिक्षाविद और वकील थे। वे भारतीय जनसंघ के संस्थापक थे, जो बाद में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का अग्रदूत बना। उन्होंने भारत के पहले मंत्रिमंडल में उद्योग और आपूर्ति मंत्री के रूप में भी काम किया।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
डॉ. मुखर्जी का जन्म 6 जुलाई, 1901 को कलकत्ता में हुआ था।
उनके पिता, आशुतोष मुखर्जी, एक प्रख्यात शिक्षाविद थे।
उन्होंने 1917 में मैट्रिक और 1921 में बी.ए. की डिग्री प्राप्त की।
उन्होंने 1923 में एम.ए. (अंग्रेजी) और 1923 में ही कानून की डिग्री प्राप्त की। 1924 में, वे कलकत्ता विश्वविद्यालय के सीनेट के फेलो बने। डॉ. मुखर्जी 1934 में बंगाल विधान परिषद के सदस्य बने। 1937 में, वे हिंदू महासभा में शामिल हो गए और 1944 में इसके अध्यक्ष बने। 1947 में, उन्होंने भारतीय जनसंघ की स्थापना की। 1947 से 1950 तक, वे नेहरू सरकार में उद्योग और आपूर्ति मंत्री रहे। 1951 में, उन्होंने जम्मू और कश्मीर में “एक विधान, एक प्रधान, एक निशान” के नारे के साथ आंदोलन शुरू किया। डॉ. मुखर्जी की मृत्यु 23 जून, 1953 को कश्मीर में हिरासत में हुई थी। डॉ. मुखर्जी को भारत के एक महान देशभक्त और राष्ट्रवादी नेता के रूप में याद किया जाता है। उन्होंने भारत की एकता और अखंडता के लिए काम किया। भारतीय जनसंघ की स्थापना और जम्मू और कश्मीर में उनके योगदान को आज भी याद किया जाता है। भाजपा नेता प्रियानाथ मुखर्जी, अल्पसंख्यक मोर्चा के जिला अध्यक्ष वारिस खान, सानिध्य अमित कुमार सिंह, शक्ति केंद्र संयोजक विजय सिंह, उप मुखिया नंदकिशोर महतो, बुथ अध्यक्ष रणधीर कपूर ,मनोज वर्मा ,बम बम रजक ,सुबोध ठाकुर, कन्हैया कुमार, राकेश कुमार, प्रकाश रजक, विकास जायसवाल दर्जनों भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता उपस्थित थे।
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