
बरही थाना क्षेत्र में 16 नवंबर को ज्वेलरी दुकान से हुई करोड़ों की लूट की सनसनीखेज वारदात को जिस तेजी, रणनीति और साहस के साथ पुलिस ने सुलझाया, वह झारखंड पुलिस के इतिहास में एक बड़ी उपलब्धि के रूप में दर्ज हो गया है। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर एसडीपीओ अजीत कुमार विमल और बरही थाना प्रभारी विनोद कुमार के नेतृत्व में गठित विशेष SIT ने मात्र 24 घंटे के भीतर पूरी घटना की परतें खोलते हुए तीन खतरनाक अंतरजिला अपराधियों—धनंजय चौधरी उर्फ छोटू, इराज चौधरी और रौशन यादव—को गिरफ्तार कर लिया।
तकनीकी जांच, CCTV फुटेज, मोबाइल डाटा और खुफिया स्रोतों की मदद से पूरी टीम ने मिलकर जिस बिजली-सी तेजी से काम किया, उसकी हर तरफ सराहना हो रही है। अपराधियों के पास से लगभग 1.5 करोड़ रुपये के सोने-चांदी के जेवरात, कॉपीयो वाहन, KTM बाइक, देशी कारबाइन, तीन देसी कट्टा, छह जिंदा गोलियां और मोबाइल सहित भारी मात्रा में लूट का सामान बरामद किया गया।
इस ऐतिहासिक सफलता में बरही पुलिस के साथ-साथ चौपारण थाना प्रभारी सरोज सिंह चौधरी की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण और प्रशंसनीय रही। उनकी समझदारी, नेतृत्व क्षमता और दबिश संचालन की दक्षता ने इस ऑपरेशन को और अधिक मजबूती दी। चौपारण थाना क्षेत्र में मिले इनपुट पर उनकी सक्रियता और त्वरित प्रतिक्रिया ने अपराधियों की गिरफ्तारी में निर्णायक भूमिका निभाई। सरोज सिंह चौधरी ने अपने दल के साथ मिलकर अपराधियों की संभावित गतिविधियों को ट्रैक किया और SIT टीम को प्रभावी सहयोग प्रदान किया, जिससे गिरफ्तारी और बरामदगी में बड़ी सफलता मिली।

बरही-चौपारण पुलिस की यह संयुक्त सफलता न सिर्फ जिले की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करती है, बल्कि अपराध के खिलाफ पुलिस की प्रतिबद्धता को भी दर्शाती है। यह कार्रवाई दिखाती है कि टीमवर्क, तकनीकी दक्षता और साहसिक नेतृत्व के सामने अपराधियों का बच निकलना नामुमकिन है।
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