हज़ारीबाग : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का 75 वर्ष उपलब्धियां एवं आगामी दिशा भाषण सत्र में परिषद के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री गोविंद नायक जी ने संबोधित करते हुए कहा ।
आजादी काफी संघर्षों के बाद मिला अभाविप का स्थापना राष्ट्रीय पुनर्निर्माण के लिए हुआ, राष्ट्रीय पुनर्निर्माण होगा वह भारतीय अतीत के महत्व के लिए होगा, राष्ट्र के वैभवशाली महत्व के उजागर करने के लिए हुआ । यह कोई एक ट्रेड यूनियन नहीं है विद्यार्थी परिषद का कार्य शिक्षा के क्षेत्र में अलख जगाना है ,किसी पार्टी के लिए काम करना नहीं है। विद्यार्थी परिषद का कार्य दलगत राजनीति से हटकर है । परिषद का सबसे बड़ा कार्य है रचनात्मक कार्य रचनात्मक कार्य को ही लेकर हम दूसरे संगठन से अलग हैं । देश की अखंडता और एकता का रचना करना हमारा मुख्य उद्देश्य है। 1990 में परिषद चुनौतियों को स्वीकार कर कश्मीर के लाल चौक पर झंडा फहराया । परिषद नार्थ ईस्ट में भी अपना एकता और अखंडता का परिचय दिया । अंतरराज्यीय छात्र जीवन दर्शन का कार्य चल रहा है। मिजोरम नागालैंड में भी काम हुआ, नागालैंड में प्रथम अधिवेशन हुआ उसका प्रमुख अतिथि कैथोलिक चर्च से संबंधित व्यक्ति थे एक राष्ट्र संस्कृति और एक लोग की भावना को नॉर्थ ईस्ट में जागृत हुआ है। विद्यार्थी परिषद कहता है कि हर व्यक्ति के अंदर परिवर्तन लाना है ।ऐसे परिवर्तन से समाज परिवर्तन होगा, समाज परिवर्तन से देश में परिवर्तन होगा और देश का पुनर्निर्माण होगा।
देश में जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में इमरजेंसी के बाद आंदोलन हुआ, आंदोलन के बाद सत्ता परिवर्तन हुआ और विद्यार्थी परिषद मंत्रिपरिषद में नहीं गया, जबकि देश के विकास कार्यों में सलंग्न हुआ ।
विद्यार्थी परिषद सत्ता की राजनीति से हटकर ग्रामीण क्षेत्र में ग्राम्यभ्युदय के लिए कार्य किया। छात्र शक्ति राष्ट्र का मूल मंत्र विद्यार्थी परिषद ने अंगीकार कर कार्य किया। विद्यार्थी परिषद बांग्लादेश के विरोध में आंदोलन किया बांग्लादेशी घुसपैठियों का मुद्दा एक बड़ा मुद्दा बन गया। एबीवीपी एक सर्वे सर्वे का कार्य किया और इसके माध्यम से बताया कि कितने घुसपैठिए बांग्लादेश से आते हैं और यहां से हैं औऱ यहाँ से महिलाओं को बहला फुसला कर ले जाते हैं । कार्यकर्ताओं ने चिकन नेक का आंदोलन किया। विद्यार्थी परिषद का मानना है विद्यार्थी कल का नहीं है आज का नागरिक है।
विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने पूर्णा काल में भी अहम भूमिका निभाया है । उड़ीसा में तूफान के समय में भी परिषद का कार्यकर्ता बाढ़, तूफान, भूकंप के समय कार्यकर्ता ने काम किया है। कर्तव्य सबसे महत्वपूर्ण है परिषद कार्यकर्ता अपने कर्तव्यों से कर्तव्य से कभी हटा नहीं बल्कि डाटा रहा है। एकमात्र मुंबई में विश्वविद्यालय 36000 कार्यकर्ताओं ने सेव केंपस के लिए आंदोलन किया यह आंदोलन पूर्णता शांतिपूर्ण रहा। परिषद ने प्रमाणित किया है कि छात्र शक्ति राष्ट्र शक्ति है । परिषद कार्यकर्ता ने सामाजिक समरसता का भी कार्य किया है ।विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता ने अपने कार्यों को जीवन में अपने कार्यदक्षता का सिद्ध किया। अशोक भगत जी एबीवीपी के कार्यकर्ता रहे हैं और अपना जीवन आदिवासियों के कल्याण के लिए समर्पित कर दिया। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कार्य 7000 इकाई के साथ विदेशों में भी है। 75 वर्ष के दौरान चुनौतियां 165000 प्राथमिक विद्यालय के संस्थाएं हैं वहां भी कार्य करना होगा इसके लिए करना होगा हम अपना नकारात्मक कार्य नहीं करने के लिए ट्विटर मास मीडिया में कार्य करना होगा। खेल जगत में भी अपना कार्य करना होगा और खेल के क्षेत्र में नेतृत्व करना होगा । शोध आयाम के क्षेत्र में भी कार्य करना होगा। शोध का क्षेत्र में ऐसे शोध करना होगा जो देश के विकास के लिए होगा, स्वालंबन क्षेत्र के कार्य करना होगा, पर्यावरण संरक्षण , जैव विविधता, वायुमंडल में हो रहे परिवर्तन क्षेत्र में कार्य करना होगा। स्थानीय इतिहास को भी पढ़ कर इसका महत्व प्रदान करना है। नई शिक्षा नीति के तहत नए नए शोध करना होगा ।संगठन के कार्य को भी लोगों के लिए प्रचार करना होगा। जनजातीय कार्य को भी आगे बढ़ाना । विद्यार्थी परिषद एक सार्थक एवं आनंदमय संगठन बनाना है। 75 वर्ष की यात्रा चलती रहेगी चलती रहेगी ।
उसके बाद विभाग श: समांतर सत्र चले जिसमें अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता अपने अपने जिलों में किये कार्यक्रम का चर्चा परिचर्चा कर आगमी कार्यक्रम तय किया।
शोभायात्रा
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के हज़ारीबाग में चल रहे 23वें प्रांतीय अधिवेशन में आज भव्य शोभायात्रा जिला+2 उच्च विद्यालय से इंद्रपुरी होते हुए- झंडाचौक-बंशीलाल चौक-बस स्टैंड -डिस्ट्रिक्ट मोड़ से गुजरते हुए मटवारी चौक । इस शोभायात्रा में झारखंड के सभी जिलों से आए प्रतिनिधियों ने अपनी पारंपरिक वेशभूषा पहनी हुई थी, शोभायात्रा के दौरान अलग-अलग भाषाओं में देशभक्ति के नारों से पूरा क्षेत्र गूंज उठा।
‘भारत माता की जय’,’ की जय’ ,’कश्मीर हो या कन्याकुमारी भारत माता एक हमारी’,’परिषद का क्या संदेश-सुंदर सुहाना भारत देश’
ज्ञान शील एकता -परिषद की विशेषता। बंद के आनंद की -जय विवेकानंद की . जब-जब बाजार जाएंगे- वस्तु स्वदेशी लाएंगे। ठीक करेंगे 3 काम- प्रवेश, परीक्षा और परिणाम. शिक्षा में भारतीय ज्ञान- रहेगा उसका स्वाभिमान
जैसे नारे लगाते हुए सैकड़ों छात्रों की शोभायात्रा में ‘विविधता में एकता’ की सुंदर छटा देखते ही बनी। जनजातीय परिधान देखते ही सभी लोगों को आकर्षित किया।
शोभायात्रा के दौरान जगह-जगह शहर के नागरिकों, विभिन्न समूहों, व्यापार मंडल तथा सांस्कृतिक व सामाजिक संगठनों द्वारा पुष्पवर्षा कर अधिवेशन में भाग ले रहे राज्यभर के विभिन्न जिलों के प्रतिनिधियों का स्वागत किया गया। शोभायात्रा का स्वागत रास्ते में स्थान-स्थान पर गाजे बाजे, पारंपरिक नृत्य, मिष्टान्न वितरण कर हुआ।
खुला अधिवेशन
खुला अधिवेशन का उद्घाटन राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल, प्रदेश अध्यक्ष प्रो. ओ.पी सिन्हा, प्रदेश मंत्री सोमनाथ भगत, नगर मंत्री प्रभात कुमार, गोबिंद मेहता, विशाल सिंह, प्रदेश सह मंत्री समृति सौरभ, रमेश उरांव संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर माँ सरस्वती एवं विवेकानंद जी के तस्वीर पर पुष्पर्पित कर खुले अधिवेशन की शुरुआत किया।अभाविप के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने कहा कि झारखंड सरकार ठग की सरकार कई वादे कर मुखर गए एवं राज्य में हो रहेभरस्टाचार अति शीघ्र बंद हो , रोजगार सृजन कर युवाओं को नियोजित करें,” आज की शोभायात्रा में अभाविप का अखिल भारतीय स्वरूप समाज के सामने दिखा। अभाविप की शोभायात्रा को सफल बनाने के लिए हज़ारीबाग का हार्दिक धन्यवाद। शोभायात्रा के माध्यम से झारखंड के एकात्मवादी रूप का अद्भुत दृश्य प्रस्तुत हुआ। अभाविप की यह शोभायात्रा प्रदेश ही नहीं देश को एकता, समरसता तथा बंधुत्व भाव का संदेश देती है।” स्मृति सौरभ ने झारखंड में नारियों पर हो रहे अत्याचार पर जमकर राज्य सरकार पर बरसी, एक नारा दिया है पेड़ बचाओ, पर्यावरण बचाओ अब क्या सरकार बहन बेटी बचाओ का नारा देगी . मंच संचालन प्रदेश सह मंत्री नवलेश सिंह ने किया। प्रान्त प्रमुख डॉ पंकज कुमार, प्रो.नाथुगाडी सर, एन.ई.सी सदस्य कमलेश कुमार कमलेन्दु, प्रदेश उपाध्यक्ष बिनोद एक्का क्षेत्रीय संगठन मंत्री निखिल रंजन, प्रान्त संगठन राजीव रंजन उपस्थित रहे ।धन्यवाद ज्ञापन नगर मंत्री प्रभात कुमार ने किया ।खुला अधिवेशन में अभाविप के प्रतिनिधि गण, शिक्षक गण, पूर्व कार्यकर्तागण, एवं सैकड़ों की संख्या में आम छात्र लोग उपस्थित रहे।
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