हजारीबाग जमीयत उलेमा हजारीबाग के सचिव मौलाना शकीलुर रहमान कासमी की अध्यक्षता में रविवार को शहर के नूरा मोहल्ला स्थित लड़कियों का मदरसा यतीमखाना अल-बनात में हिफजुल कुरान व शैक्षणिक प्रदर्शन से संबंधित कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में विनोबा भावे विश्वविद्यालय के पूर्व कुलसचिव डॉ. इनाम नबी सिद्दीकी मुख्य रूप से उपस्थित थे।
मदरसा की छात्राओं ने उर्दू हिंदी और अंग्रेजी में भाषण पेश की। मौलाना शकील-उर-रहमान कासमी ने अपने सम्बोधन में महिलाओं के लिए कुरान को समझने की अहमियत बताई। डॉ ईएन सिद्दिकी ने अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में कहा कि समाज को सुधारने में मदरसों की भूमिका कितनी महत्वपूर्ण रही है, इसकी महत्व को बताया।
इस अवसर पर शबनम शाहीन समेत चार खुशनसीब लड़कियां जिनमें दिलशाद परवीन, ज़ियान जिब्रील, सना परवीन को मुफ्ती मुहम्मद यूनुस कासमी ने पवित्र क़ुरआन के कंठस्थ पद का उद्घाटन किया और बच्चियों को दुआ दी।
कार्यक्रम के अंत में मदरसा की छात्राओं ने राष्ट्रीय गीत की प्रस्तुति दी।
मदरसा शिक्षिका नीलम बानो, फखिरा मेहर, निगार, नाहिद अख्तर, मदरसा के मोहतमिम मौलाना मुहम्मद अमजद अली कासमी मदरसा के सचिव शारिक नसीम, अध्यक्ष मोअजम आलम के अलावा कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
कार्यक्रम का संचालन मदरसा हुजा के छात्र दिलशाद परवीन ने बखूबी पेश किया।

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