जिले के 23 लाख 70 हजार 811 लोगों को दवा खिलाने का लक्ष्य
मंगलवार से अगले 14 दिनों तक घर – घर जाकर लोगों को खिलाई जाएगी दवा
बोकारो –राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम अंतर्गत मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन 2025 के तहत फलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम का शुभारंभ सोमवार को समाहरणालय सभागार में उपायुक्त (डीसी) -सह- अध्यक्ष जिला स्वास्थ्य समिति विजया जाधव, सिविल सर्जन (सीएस) डा. ए बी प्रसाद, अपर समाहर्ता (एसी) मो. मुमताज अंसारी, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी डा. सुमन गुप्ता,जिला भीवीडी पदाधिकारी डा. रेणु भारती, जिला योजना पदाधिकारी राज शर्मा, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी अविनाश कुमार सिंह, सिटी कालेज के प्राचार्य, जेएसएलपीएस के डीपीएम आदि ने डीईसी की गोलियों के साथ अल्बेंडाजोल का टैबलेट का सेवन कर जिले में फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम की शुरूआत की। इससे पूर्व, दीप प्रज्वलित किया गया।
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मौके पर अपने संबोधन में उपायुक्त (डीसी) विजया जाधव ने कहा कि फलेरिया (हाथी पांव) मच्छर के काटने से होने वाली बीमारी है। दवा खाकर ही हम इस बीमारी से बच सकते हैं। इस बीमारी के लिए दवा का सेवन करना इसलिए जरूरी है क्योंकि इस बीमारी का इंफेक्शन तुरंत नहीं दिखता है। इसका असर एक से दो दशक बाद होता है। तब तक इसका उपचार लगभग संभव नहीं होता है। इसलिए ऐतिहातन सभी को डीईसी व अल्बेंडाजोल की दवा आयु वर्ग के अनुसार खानी चाहिए। डीसी ने जिलावासियों से फाइलेरिया उन्मूलन के लिए दवा का सेवन करने की अपील की। दवा खिलाने के लिए सभी आंगनबाड़ी केंद्र, सभी स्वास्थ्य उप केंद्र, सभी स्वास्थ्य केंद्र, सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व विद्यालयों में कुल 2246 बूथ बनाया गया है। जहां आमजन जाकर दवा का सेवन कर सकते हैं। मंगलवार से अगले 14 दिनों तक डोर टू डोर दवा खिलाई जाएगी। उन्होंने सिविल सर्जन डा. ए बी प्रसाद समेत अन्य चिकित्सा पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम को निर्धारित समय पर पूरा करें। साथ ही, शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्ति सुनिश्चित करने को कहा।
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उपायुक्त (डीसी)ने जिले के सभी विद्यालय प्रधानाध्यापकों, जेएसएलपीएस की महिला स्वयं सहायता समूह के सदस्यों, मुखिया – उप मुखिया आदि के साथ कार्यशाला का आयोजन कर फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के प्रति जागरूक कर आमजनों को दवा का सेवन करने के लिए प्रेरित करने को कहा। उन्होंने महिला बाल विकास एवं समाज कल्याण विभाग, जेएसएलपीएस, पेयजल एवं स्वच्छता तथा जल संसाधन विभाग, स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग, पंचायती राज विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग, कृषि – पशुपालन एवं सहकारिता विभाग, नगर निगम चास, नगर विकास एवं आवास विभाग, पथ निर्माण विभाग, श्रम नियोजन एवं कौशल विकास विभाग, पर्यटन – कला – संस्कृति, खेलकूद एवं युवा कल्याण विभाग, उर्जा विभाग, सूचना प्रौद्योगिकी एवं ई गर्वनैन्स विभाग, गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग एवं अनुसूचित जनजाति – अनुसूचित जाति – अल्पसंख्यक और पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग को समन्वय बनाकर कार्यक्रम को सफल बनाने को लेकर संबंधित पदाधिकारियों को जरूरी दिशा – निर्देश दिया।
वहीं, उपस्थित अपर समाहर्ता मो. मुमताज अंसारी ने कहा कि फाइलेरिया के प्रति जागरूकता को नीचे तक पहुंचाएं। बीमारी से बचाव के लिए दवा का सेवन करना आवश्यक है। उन्होंने व्यापक प्रचार – प्रसार/जागरूकता कार्यक्रम संचालित करने को कहा।
मौके पर जिला भीवीडी पदाधिकारी डा. रेणु भारती ने कार्यक्रम के सफल आयोजन को लेकर की गई तैयारियां की जानकारी दी। कहा कि आज सभी 2246 बूथों पर दवा खिलाया जा रहा है। दवा खिलाने कार्य के लिए पर्याप्त संख्या में ड्रग एडमिनिस्ट्रेटर एवं इसकी निगरानी के लिए पर्याप्त संख्या में पर्वेक्षकों को लगाया गया है। इसके अलावा जिले के वरीय पदाधिकारी, बीडीओ/सीओ एवं चिकित्सा पदाधिकारियों द्वारा भी कार्यक्रम की मानिटरिंग की जा रही है।
उल्लेखनीय हो कि, मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीए) 2025 के तहत फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के लिए 23 लाख 70 हजार 811लोगों को दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए पर्याप्त संख्या में बूथ बनाया गया है। 10 फरवरी को बूथ पर एवं 11 से 25 फरवरी तक घर – घर घूमकर सभी लोगों को डीईसी एवं एल्बेंडाजोल की दवा खिलाई जाएगी।
समाहरणालय सभागार में उपस्थित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय पदाधिकारियों/चिकित्सा पदाधिकारी, सीडीपीओ/एलएस, विभिन्न कार्यालयों के कर्मी आदि ने भी डीईसी की गोलियों के साथ अल्बेंडाजोल टैबलेट का सेवन किया।
उधर, प्रखंडों में भी संबंधित प्रखंडों के प्रखंड विकास पदाधिकारी/अंचलाधिकारी/प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के द्वार फलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम की शुरूआत की गई। चिन्हित बूथों पर लोगों को दवा खिलाया गया।
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