खरकई नदी के जलस्तर में वृद्धि को ध्यान में रखते हुए अंत्योदय ओल्ड एज होम एवं अस्पताल से सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित किये गये 27 कुष्ठ प्रभावित मरीजों तथा हिन्द कुष्ठ अस्पताल, बर्मामाइंस में रह रहे 38 मरीजों सहित कुल 65 कुष्ठ रोगियों के लिए विशेष स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया गया।
झारखंड में खरकई नदी का जलस्तर बढ़ने से प्रशासन सतर्क हो गया है। इसी के मद्देनजर, खरकई नदी के किनारे स्थित अंत्योदय ओल्ड एज होम एवं अस्पताल से 27 कुष्ठ रोगियों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया है। इसके साथ ही, बर्मामाइंस के हिन्द कुष्ठ अस्पताल में रह रहे 38 मरीजों को भी शामिल कर, कुल 65 कुष्ठ प्रभावितों के लिए एक विशेष स्वास्थ्य जांच शिविर लगाया गया है ताकि उनकी सेहत का पूरा ध्यान रखा जा सके।
शिविर में जिला कुष्ठ परामर्शी डॉ. राजीव लोचन महतो की निगरानी में 35 महिला और 30 पुरुष मरीजों की स्वास्थ्य जांच की गयी। इसके साथ ही उन्हें आवश्यक दवाएं, चिकित्सीय परामर्श एवं व्यक्तिगत देखभाल के सुझाव भी प्रदान किया गया। शिविर में मरीजों को वर्षा ऋतु में संक्रमण से बचाव के मद्देनजर सावधानियों की जानकारी दी गयी। इनमें भीगने से बचाव, गर्म वस्तुओं के संपर्क से दूरी, एवं गर्म पानी से स्नान न करना। साथ ही, सेल्फ केयर को नियमित सफाई, मलहम का प्रयोग एवं उचित खानपान पर भी जोर दिया गया।
डॉ. राजीव महतो ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2025-26 में 1 अप्रैल 2025 से अब तक खोजे गये सभी नये कुष्ठ मरीजों को “Food Supplements for Patients” योजना के तहत आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। इसके अंतर्गत PB (Paucibacillary) श्रेणी के मरीजों को कुल तीन हजार रुपये और MB (Multibacillary) श्रेणी के मरीजों को कुल छह हजार की सहायता राशि प्रतिमाह 500 रुपये की दर से उनके बैंक खातों में भेजी जा रही है। जिला प्रशासन द्वारा कुष्ठ प्रभावित व्यक्तियों की देखभाल, सुरक्षा और पुनर्वास की लेकर संवेदनशीलता के साथ सतत प्रयास किया जा रहा हैं।
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