राजभवन के वीआईपी अतिथियों के लिए बनाए गए गेस्ट हाउस (मदरा मुंडा राजकीय अतिथिशाला) के प्रत्येक कमरे के रख रखाव पर प्रति माह लगभग एक लाख रुपए की राशि खर्च होगी। इस तरह एक कमरे के रख रखाव पर प्रतिदिन लगभग 3.33 हजार रुपए खर्च होंगे। राजभवन ने इस अति विशिष्ट अतिथिशाला के रख रखाव संबंधी काम देने के लिए राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजा है। नीचे से दिए गए प्रस्ताव में अतिथिशाला के मेंटेनेंस की जिम्मेवारी टेंडर के माध्यम से तय करने का सुझाव था। लेकिन ऊपर के स्तर से इस अतिथिशाला के रख रखाव का काम नोमिनेशन के आधार पर दिल्ली की कंपनी बीवीजी इंडिया लिमिटेड को देने का प्रस्ताव है। राजभवन ने इस प्रस्ताव को कैबिनेट की स्वीकृति के लिए राज्य सरकार को भेज दिया है। मालूम हो कि नोमिनेशन पर काम देने का अधिकार कैबिनेट को ही है।
प्रस्ताव में मेंटेनेंस की राशि लगभग 10 लाख रुपए बतायी गयी है। अर्थात वर्ष में लगभग एक करोड़ 20 लाख रुपए की राशि खर्च होगी। राजभवन के इस अति विशिष्ट अतिथिशाला में दो सुईट और नौ कमरे हैं। कुल 11 कमरे हैं। इन 11 कमरों वाले अतिथिशाला के मेंटेनेंस पर प्रति माह 10 लाख रुपए की राशि खर्च होगी। क्योंकि प्रस्ताव में कंपनी की ओर से यह जानकारी दी गयी है कि अतिथिशाला के रख रखाव के लिए लगभग 36 कर्मी रखने होंगे। उसमें मैनेजर से लेकर रसोईया, स्वीपर, माली सहित कई अन्य तरह के कर्मी। इन कर्मियों के वेतन के आलावा अन्य मदों पर होनेवाले खर्च की राशि प्रतिमाह 10 लाख रुपए तक पहुंचती है। वैसे बीवीजी इंडिया लिमिटेड देश की नामी-गिरामी सेवा प्रदाता कंपनी है। यह कंपनी देश के कई प्रमुख संस्थानों को अपनी सेवा प्रदान कर रही है।
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