बीते दिनों रांची विश्वविद्यालय के स्नातक फोर्थ सेमेस्टर के भूगोल की कॉपियां गायब मिलने के बाद छात्रों के बीच काफी हंगामा मचा था और अब खबर आई है कि ये भूगोल की कॉपी आखिरकार नहीं मिली। अब छात्रों को औसत अंक दिए जाएंगे। इस समस्या के हल के लिए शनिवार को प्रभारी कुलपति प्रो डीके सिंह की अध्यक्षता में परीक्षा बोर्ड की बैठक की गई। इसमें जांच कमेटी की रिपोर्ट रखी गई। और विचार-विमर्श के बाद परीक्षा बोर्ड ने यह निर्णय लिया है कि जिन छात्रों की कॉपियां गायब हुई हैं, उन्हें औसत अंक दिए जाएंगे। औसत अंक के लिए स्नातक के अन्य विषयों में मिले अंकों को आधार बनाया जाएगा। अंकों में किसी तरह की गड़बड़ी न हो, इसके लिए स्नातकोत्तर भूगोल विभाग के अध्यक्ष द्वारा इसे मॉडरेट भी किया जाएगा।
आपको बता दें कि भूगोल की उत्तर पुस्तिकाएं गायब होने बाद छात्रों ने विश्वविद्यालय मुख्यालय में काफी हंगामा किया था। और तालाबंदी कर दी थी। उसके बाद मामले की जांच के लिए डीएसडब्ल्यू डॉ सुदेश कुमार साहू की अध्यक्षता में पांच सदस्यों की जांच कमेटी बनाई गई थी। इस कमेटी की रिपोर्ट मिलने के बाद अब यह फैसला लिया गया है। वहीं अब यह उम्मीद जताई जा रही है कि अगले दो दिनों के भीतर रिजल्ट भी जारी कर दिया जाएगा।
आपको बता दें कि विश्वविद्यालय से जुड़े एक अधिकारी डॉ अरुण कुमार सिंह ने कॉपियों को खोजने के लिए रांची से बाहर मूल्यांकन केंद्र का भी दौरा किया था। उन्होंने वहां के संबंधित लोगों से संपर्क किए लेकिन सारे प्रयास व्यर्थ साबित हुए।
वहीं बैठक में एक और महत्वपूर्ण फैसला लिया गया। रांची विश्वविद्यालय से पास आउट करीब चार लाख से अधिक छात्रों की डिग्रियां पिछले दो सालों से लंबित पड़ी हैं। इसका मुख्य कारण प्रो-वीसी का पद खाली होना है। अब इस समस्या को हल करने के लिए फिल्हाल छात्रों को फेसमाइल डिग्री प्रदान की जाएगी। इस प्रस्ताव पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने अपनी सहमति दे दी है।
Leave a comment