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सैकड़ों मरीजों ने कराई आंखों की जांच, दूरदराज के इलाकों से भी पहुंचे लोग
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हजारीबाग, 8 फरवरी: नेत्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देने और समाज के जरूरतमंद वर्ग को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से आइरिस सुपर स्पेशियलिटी आई हॉस्पिटल, रामगढ़ द्वारा शमा लाइब्रेरी वेल्फेयर एंड एजुकेशनल ट्रस्ट, खिरगांव के सहयोग से एक निःशुल्क नेत्र जांच शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर डंपिंग ग्राउंड के पास स्थित शमा लाइब्रेरी परिसर में संपन्न हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में मरीजों ने भाग लिया।
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शिविर में अत्याधुनिक मशीनों और उपकरणों की सहायता से विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने आंखों की जांच की। इस दौरान सैकड़ों मरीजों को निःशुल्क दवाइयां और आवश्यक परामर्श दिया गया। वहीं, गंभीर नेत्र रोग से पीड़ित मरीजों को आइरिस सुपर स्पेशियलिटी आई हॉस्पिटल, रामगढ़ में कम दरों पर विशेष इलाज उपलब्ध कराने की सुविधा प्रदान की गई।
शिविर में आइरिस सुपर स्पेशियलिटी आई हॉस्पिटल की टीम के प्रमुख मो. काशिफ, वरिष्ठ ऑप्टोमेट्रिस्ट मो. फारूक खान, ऑप्टोमेट्रिस्ट रौशन कुमार और प्रसार कुमार ने मरीजों की जांच कर उचित परामर्श दिया। इसके अलावा, मो. शोएब अख्तर ने भी मरीजों का बीपी, शुगर और पल्स चेकअप कर उनकी समग्र स्वास्थ्य स्थिति का आकलन किया।
ट्रस्ट और स्थानीय नागरिकों ने निभाई अहम भूमिका
इस शिविर के आयोजन में शमा लाइब्रेरी वेल्फेयर एंड एजुकेशनल ट्रस्ट का अहम योगदान रहा। ट्रस्ट के सचिव मो. मुस्तकीम उर्फ मंडुल ने बताया कि यह शिविर समाज के जरूरतमंद लोगों के लिए बेहद लाभकारी सिद्ध हुआ। उन्होंने कहा,
“आंखों की समस्या को अनदेखा करना गंभीर परिणाम ला सकता है। ऐसे में यह पहल लोगों को समय पर इलाज उपलब्ध कराने और उनकी दृष्टि को सुरक्षित रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।”
शिविर के सफल संचालन में शमा लाइब्रेरी के अध्यक्ष जमाल अहमद उर्फ हीरो, इब्राक हुसैन उर्फ प्यारे, मो. नजरुल्लाह, हाजी मुश्ताक, हाजी मंजूर, हाजी एजाज, हाजी सलाउद्दीन, फहीमुद्दीन, मो. इशाक, अनवर हुसैन, मो. इकबाल, आफताब आलम, अफजल हुसैन, उस्मान कादरी, बख्तियार समेत कई गणमान्य नागरिकों ने भी सहयोग किया।
शमा लाइब्रेरी के मीडिया प्रभारी काशिफ अदीब ने इस आयोजन को सफल बनाने के लिए सभी सहयोगियों का आभार व्यक्त किया और आगे भी इस तरह के शिविरों के आयोजन की आवश्यकता पर जोर दिया।
मरीजों और स्थानीय लोगों की सकारात्मक प्रतिक्रिया
इस शिविर में पहुंचे मरीजों ने भी नेत्र जांच और चिकित्सा सुविधा को लेकर खुशी जाहिर की।
खिरगांव निवासी 60 वर्षीय हाजी रफीक अंसारी, जो लंबे समय से धुंधली दृष्टि की समस्या से जूझ रहे थे, ने कहा,
“मुझे काफी समय से दिखने में परेशानी हो रही थी, लेकिन आर्थिक स्थिति के कारण मैं डॉक्टर के पास नहीं जा सका। यहां निःशुल्क जांच और दवाइयां मिलने से बहुत राहत मिली है।”
वहीं, 40 वर्षीय सलीम अहमद, जिन्हें मोतियाबिंद की समस्या थी, ने कहा,
“शिविर में जांच के बाद मुझे बताया गया कि मुझे जल्द ही ऑपरेशन की जरूरत होगी। मुझे कम दरों पर इलाज की सुविधा भी दी जा रही है, जिससे बहुत मदद मिलेगी।”
आगे भी होंगे ऐसे आयोजन
शिविर के सफल आयोजन के बाद ट्रस्ट के सदस्यों ने आश्वासन दिया कि भविष्य में भी इस तरह के स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया जाएगा, जिससे गरीब और जरूरतमंद लोग सुलभ चिकित्सा सेवाओं का लाभ उठा सकें।
शिविर का समापन शमा लाइब्रेरी वेल्फेयर एंड एजुकेशनल ट्रस्ट के सदस्यों द्वारा डॉक्टरों और मेडिकल टीम को सम्मानित करने के साथ हुआ। स्थानीय लोगों ने इस पहल की सराहना करते हुए इसे एक सार्थक और समाजोपयोगी प्रयास बताया।
यह शिविर न केवल मरीजों को चिकित्सा सेवाएं देने का माध्यम बना, बल्कि समाज में नेत्र स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने का भी एक महत्वपूर्ण जरिया सिद्ध हुआ।
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