रामगढ़ जिले के भुरकुंडा निशा नर्सिंग होम में अस्पताल प्रबंधक के लापरवाही के कारण महिला के प्रसव से पहले ही बच्चे की मौत पर नाराज़ लोगों ने जमकर किया हंगामा । जानकारी अनुसार निशा नर्सिंग होम में ऊपर धौड़ा के इरफ़ान अंसारी ने अपने पत्नी जो 9 महिनें पेट से थी उन्हें पैन होने पर प्रसव के लिए लाया गया था लेकिन अस्पताल प्रबंधक ने मामले को गंभीरता पूर्वक नहीं लिया। जबकि पेशेंट की कंडीशन खराब थी उसे तत्त्काल इलाज की आवश्यकता थी।

लेकिन निशा नर्सिंग होम द्वारा तत्काल इलाज नहीं शुरू किया गया सिर्फ रात में पेशेंट को एक इंजेक्शन दी गई जिसके काफी देर बाद अचानक देर रात परिजनों को बताया गया पेशेंट का कंडिशन ठीक नहीं है बच्चे का धड़कन धीमा गति से चल रहा ओप्रेशन करना होगा कहीं दुसरे अच्छे अस्पताल लें जाएं जिसके बाद परिजनों ने कहा तीन बजे रात्रि को बिना एंबुलेंस अचानक कहां लेकर जाऊं जिस दौरान अस्पताल प्रबंधक मो अस्लम ने कहा मेरे पास एंबुलेंस की सुविधा नहीं है आप लोग अपने व्यवस्था कर लें। आनन फानन में परिजनों द्वारा रामगढ़ एक निजी अस्पताल ले जाया गया तो वहां के डाक्टर ने परिजनों से कहा बच्चे कि लगभग दो घंटे पहले ही मौत हो गई है। जिससे साफ साफ पता चलता है निशा नर्सिंग होम अस्पताल प्रबंधक की कितनी बड़ी लापरवाही है। विरोध कर रहे हैं लोगों में यह भी चर्चा अस्पताल परिसर में सिर्फ फॉर्मेलिटी के लिए दो चार डाक्टर का नाम लिखा जबकि यहां कोई डॉक्टर नही आते हैं। सिर्फ निशा नर्सिंग होम के संचालक मो अस्लम और उनकी पत्नी बैठतीं है जिसके पास डाक्टर की डिग्री है या नही वो जिला प्रशासन रामगढ़ सिविल सर्जन की जांच पड़ताल की जिम्मेवारी है।देखा जाए तो नर्स के सहारे अस्पताल चल रहा है।जिसे लेकर परिजनों ने आज अपना दुख प्रकट करते हुए कहा निशा नर्सिंग होम की लापरवाही के कारण हमारे बच्चे की मौत हुई। पीड़ित परिवार व अस्पताल प्रबंधक के बीच घंटो हुई बहस वार्ता के बाद परिजन अपने घर लौट गए। पूरे मामले पर निशा नर्सिंग होम के संचालक मो अस्लम का कहना है कि यह घटना एक अनहोनी है जो दुर्भाग्य से हुई है इसमें हमलोग का कोई लापरवाही नहीं है।ज्ञात हो रामगढ़ जिला सिविल सर्जन के दिशा-निर्देश पर इस 18 अक्टूबर को ही पतरातु प्रखंड क्षेत्र के सभी क्लिनिक और नर्सिंग होम में जांच पड़ताल चलाया गया जिसमें बिना डिग्री वाले पाए गए झोलाछाप डॉक्टर को तीन दिनों का अपना कागजात प्रस्तुत करने का समय दिया गया था ऐसा ही मामला आज भी पतरातु प्रखंड क्षेत्र में देखा जा रहा है जहां बिना डॉक्टर के डिग्री के बिना क्लिनिक नर्सिंग होम संचालित है। और यहां भी कुछ ऐसा ही प्रतीत होता होता जो जांच पड़ताल का विषय है।
Leave a comment