हज़ारीबाग सदर प्रखंड के गादोखार ग्राम के अम्बेडकर मोहल्ले में संत रैदास की 647वीं जयंती मनाई गई। इस अवसर रूचि कुजूर सदस्य झारखण्ड राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग,समाज के अध्यक्ष खेमलाल रविदास, बुधन रविदास,ईश्वर राम, संरक्षक अमर रविदास,धनेश्वर रविदास,सुरेंद्र रविदास, हरि राम,राजू रविदास,ललित कुमार दास,गादोखार पंचायत के सरपंच जहाँगीर अंसारी,झारखण्ड राज्य अनुसूचित जाति अधिकार मोर्चा के संस्थापक प्रमुख राजेश राम,संरक्षक महेन्द्र कु पासवान,आकाशवाणी हज़ारीबाग के पदाधिकारी अशोक रविदास, निसार खान पंद्रह सूत्री सदस्य, इंटक नेता साजिद अंसारी इत्यादि उपस्थित थे। सर्वप्रथम संत रैदास की पूजा अर्चना किया गया, तत्पश्चात संत रविदास की जीवनी पढ़ी गई अतिथियों द्वारा संत रैदास की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।गदोखर अम्बेडकर मोहल्ले कमिटी की ओर से अतिथियों का स्वागत किया गया। संत रैदास के जन्मदिन के अवसर पर उनकी याद में अतिथियों द्वारा केक भी काटा गया।मुख्य अतिथि रूचि कुजूर ने अपने सन्देश कहा की भगवान रैदास दलित हरिजन की आवाज और अगुवा थे संत रैदास उस समय हरिजन दलित के आवाज बने जब समाज अशिक्षित और पिछड़ा था उस समय संत ने लोगों को उनकी दयनीय स्थिति से निकालने और जागरूकता लाने का काम किया संत रैदास भगवान के स्वरुप थे। आज हमें उनके बताये मार्ग को अपनाने की आवश्यकता है ताकि दलित हरिजन की उनका हक अधिकार मिला पाए, और समाज में समानता के साथ जीवन बसर कर पाए।कार्यक्रम को सफल बनाने में अरबिंद कु दास, अजय कु रविदास, संतोष कु रविदास,बिगुल कु दास, राजेश कु दास, रोहित कु दास,प्रदीप कु दास, पिंटू राम,प्रदीप कु दास,दिलचंद राम,राजेंद्र कु दास ने अपना सहयोग दिया। मंच संचालन बसंत कु दास ने किया।

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