राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज झारखंड आएंगी। राष्ट्रपति 12:20 बजे देवघर पहुंचेगी। वो एयरपोर्ट से सीधे देवघर एम्स जाएंगी। वहां एम्स के पहले दीक्षांत समारोह में हिस्सा लेंगी। फिर शाम चार बजे वह एयरपोर्ट के लिए प्रस्थान करेंगी। देवघर से उनका विमान शाम 5:25 बजे रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पहुंचेगा। राजभवन में रात्रि विश्राम के पूर्व राष्ट्रपति गणमान्य लोगों से मुलाकात भी करेंगी। राष्ट्रपति के आगमन को लेकर रांची में जगह जगह पर बैरेकेडिंग कर दी गई है। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गये हैं। गुरुवार और शुक्रवार को शहर की ट्रैफिक व्यवस्था में बदलाव किया गया है। रातू रोड स्थित राजभवन से लेकर बिरसा मुंडा एयरपोर्ट तक 76 बाइलेन को बंद किया गया है। एयरपोर्ट रोड से हिनू चौक के रास्ते बिरसा चौक से अरगोड़ा चौक होते हुए सहजानंद चौक के रास्ते बाईपास रोड से न्यू मार्केट चौक होते हुए हॉटलिप्स चौक से राजभवन मोड़ तक बंद किए बाइलेन के पास अतिरिक्त जवानों की तैनाती की गई है जिन्हें काफिला निकलने से 10 मिनट पहले पूरी तरह से बंद करने का निर्देश दिया गया है। किसी भी हाल में उक्त बाइलेन से लोगों का परिचालन नहीं होगा। गुरुवार शाम 4 से 7 और शुक्रवार सुबह 7 से 10 बजे तक उक्त मार्ग का कम से कम उपयोग करने का आग्रह ट्रैफिक पुलिस ने लोगों से किया है।
बुधवार को बिरसा मुंडा एयरपोर्ट से राजभवन तक कारकेड का रिहार्सल किया गया। कारकेड में 30 गाड़ियों का काफिला मौजूद था जिसने 17 मिनट में 12 किलोमीटर की दूरी तय की। कारकेड रिहर्सल के दौरान रूट लाईन में 76 बाइलेन को बंद किया गया था। इसके अलावा निर्धारित रूट पर सभी वाहनों का परिचालन पूरी तरह से बंद कर दिया गया था। कारकेड आगे बढ़ने के बाद पीछे का बाइलेन खोल दिया जा रहा था जिसके बाद वाहन सवार अपने गंतव्य की ओर जा रहे थे। गुरुवार को उक्त रूट पर 10 मिनट पहले ही सभी वाहनों का परिचालन रोक दिया जाएगा। इधर रांची के ट्रैफिक एसपी ने अपने जारी निर्देश में कहा है कि 31 जुलाई को एयरपोर्ट जाने वाले सभी यात्रियों से आग्रह किया है कि जिनके विमान के उड़ान का समय पांच से साढ़े छह बजे के बीच है, वे शाम साढ़े चार बजे तक एयरपोर्ट पहुंच जाएं। एक अगस्त को सुबह आठ से दिन के दस बजे के बीच जिनका विमान है, वे सुबह 7.30 बजे तक एयरपोर्ट पहुंच जाएं। 31 जुलाई और एक अगस्त के लिए शहर से एयरपोर्ट पहुंचने के लिए यात्रियों से रिंग रोड, सदाबहार चौक, घाघरा रोड से हेथू बस्ती मार्ग का उपयोग करने को कहा गया है। वहीं, राष्ट्रपति के आगमन को लेकर सदर अस्पताल के द्वारा दो मेडिकल टीम का गठन किया गया है। इस टीम में दो डॉक्टर, दो जीएनएम नर्स और एक चालक राष्ट्रपति के आगमन से लेकर उनकी रवानगी तक रहेगी। 31 जुलाई को दोपहर 2 से रात 9 बजे तक एक टीम ड्यूटी पर तैनात रहेगी। जबकि, रात 9 से लेकर सुबह के 9 बजे तक दूसरी टीम ड्यूटी पर तैनात रहेगी।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के आगमन के मद्देनजर एयरपोर्ट से हिनू चौक, बिरसा चौक होते राजभवन तक के इलाके को नो फ्लाइंग जोन घोषित किया गया है। रांची के सदर अनुमंडल दंडाधिकारी उत्कर्ष कुमार ने बीएनएसएस की धारा-163 के तहत निषेधाज्ञा जारी करते हुए उक्त इलाके के 200 मीटर के दायरे में ड्रोन, पाराग्लाइडिंग, हॉट एयर बैलुन उड़ाने पर रोक लगा दी है। जानकारी के अनुसार, यह रोक 31 जुलाई को शाम छह बजे से एक अगस्त की रात 10 बजे तक जारी रहेगी। राजधानी में एक अगस्त को भी सुबह छह से रात दस बजे तक भारी वाहन का प्रवेश बंद रहेगा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु दो दिनी झारखंड दौरे के दौरान पर गुरुवार को रांची आएंगी। वह राजभवन में रात्रि विश्राम करेंगी। गुरुवार को वह पहले देवघर पहुंचेंगी। वहां एम्स के कार्यक्रम में शामिल होंगी। शाम करीब छह बजे वह रांची एयरपोर्ट पहुंचेंगी। एयरपोर्ट से सड़क मार्ग से राजभवन जाएंगी। रात्रि विश्राम के बाद शुक्रवार को वह एयरपोर्ट से बंगाल जाएंगी। यहां एक कार्यक्रम में शामिल होने के बाद वह धनबाद आईएसएम के कार्यक्रम में शामिल होंगी। राष्ट्रपति के आगमन को लेकर जिला प्रशासन ने सभी तैयारियां पूरी कर ली है। संबंधित अधिकारियों को दौरे के दौरान सभी दायित्व का सही तरीके से पूरा करने का निर्देश दिया गया है।
इधर, राष्ट्रपति के आगमन को लेकर देवघर, रांची और धनबाद में सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। तीनों ही जिलों में ट्रैफिक डायवर्ट भी किया गया है। सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए रांची में 1500 अतिरिक्त जवानों की तैनाती की गई है। जिला बल के अलावा जैप, आईआरबी, रैप और होमगार्ड के जवान तैनात किए गए हैं। राष्ट्रपति के कार्यक्रम स्थलों और राजभवन के आसपास सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। रूट पर तीन लेयर में सुरक्षा बल लगाए गए हैं। निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है।
राष्ट्रपति को परोसा जाएगा पखाल, साजना साग व आलू भर्ता
राष्ट्रपति को ओडिशा का पारंपरिक व्यंजन पखाल परोसा जाएगा। यह चावल व पानी से बनने वाला व्यंजन है। इसे पखाल भात भी कहा जाता है। इसके साथ सहजन के पत्तों से बना साजना साग, आलू भर्ता और आदिवासी व्यंजनों का जायका भी मेन्यू में शामिल है। सादगी पसंद राष्ट्रपति सात्विक भोजन ग्रहण करती हैं। इनमें प्याज-लहसुन नहीं होता। उनका भोजन रांची के एक नामी होटल के शेफ विशेष सुरक्षा कर्मियों की निगरानी में पंडाल में बने किचन में तैयार करेंगे।
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