हजारीबाग (15.01.2023) जमानत ए इस्लामी हिन्द की स्थापना के 75 वर्षों के क्रियाकलाप के आकलन हेतू इस कार्यक्रम का आयोजन हो रहा है। उक्त विचार सभित करते हुए शिक्षाविद डॉ जफरुल्लाह सादीक ने जमायत का परिचय कराते हुए व्ययत किय उन्होंने आगे कहा कि समाज में दूसरे धर्मो को सम्मान दिय बिना हम सम्मान नहीं पा सकते हैं देश की वर्तमान स्थिति और समस्याओं के समाधान हेतु अपने विचार स्पस्ट करते हुए प्रो० रामप्रीय प्रसाद ने कहा की अशिक्षा और अज्ञानता सारे बुराई की जड़ है। शिक्षा के प्रसार प्रचार के बिना हम समाज का उत्थान नहीं कर सकते।
प्रो० पी के झा ने कहा कि आज सबसे बड़ी समस्या संविधान को बचाने की है। संविधान में वर्णित बातों पर चल कर ही हम सभ्य समाज की स्थापना कर सकते हैं। आज की वर्त्तमान स्थिति में संविधान को बचाना हमारी सबसे बड़ी जिम्मेवारी है। संत कोलाम्बा महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो० रेवन ने अपने विचार रखते हुए कहा की समाज के हर अच्छे काम का हमें सहयोग करना चाहिए जमायत ए इस्लामी ने राष्ट्रीय एकता की स्थापना हेतु जो कार्य किये है हम उसकी सराहना करते हैं।
मुख्य अतिथि शारिक अंसर ने विस्तार पूर्वक जमायत ए इस्लामी के 75 वर्षों के कार्यों को सामने रखते हुए आपने विचार रखे। शिक्षा, सम्प्रदायिक एकता, समाजिक सेवा एवं विद्यार्थियों की नैतिक दर्शन हेतू जो कार्य किये है उसका वर्णन
किया।
डॉ असरार अहमद फारुकी ने जमायत ए इस्लामी का उदेश्य एवं उसकी पद्धती पर अपने विचार रखे साथ ही उन्होंने ने – ये भी कहा की सिक्षा के मैदान में कमजोर वर्गों को सिक्षा सहायता दे कर उसकी उन्नति में अपना पूर्ण सहयोग देता है।
शाहिद जमाल ने अज्ञातुकों से सहयोग की अपील की।
पो० अनवर मल्लिक ने जमायत किया। ए इस्लामी के कार्यों के प्रती अपना विचार विमर्श व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञायापण
इस सभा में हाफिज़ मतीन अननुम, शबाहत हुस्सैन, सैयद इरफ़ान, इम्तियाज, उजैर रजा, मौलाना नसीर उद्दीन, शहीद रजा, नैयर रहमान, अब्दुल बारी, आदि विशेष रूप से उपस्थित थे।
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