हजारीबाग सेंट्रल जेल में जेल के कर्मियों के द्वारा आपत्तिजनक वस्तु एवं गांजा प्रवेश कराने का मामला प्रकाश में आया था। जिसको लेकर कारा अधीक्षक कुमार चंद्रशेखर ने बताया था कि कारा के अंदर आपत्तिजनक वस्तु एवं गांजा ले जाने वाले दो कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। हालांकि इस मामले की पड़ताल की गई तो कारा के एक कर्मी देवेंद्र कुमार जिन पर गांजा ले जाने का आरोप लगा था, उनकी पत्नी अर्चना मिश्रा ने एक आवेदन के माध्यम से कारा अधीक्षक को अवगत कराया कि उनके पति के द्वारा किसी भी प्रकार का गांजा सेंट्रल जेल में प्रवेश नहीं कराया जा रहा था। साथ ही उन्होंने बताया कि जेल के ही कुछ कर्मियों के द्वारा यह एक षड्यंत्र के तहत फंसाने का काम किया जा रहा है। इतना ही नहीं उन्होंने यह भी बताया कि जिस गांजे की बात सामने आई है वह गांजा जेल के शौचालय से निकालकर सामने प्रस्तुत किया गया। उन्होंने आवेदन के माध्यम से इस मामले की सीसीटीवी फुटेज के द्वारा छानबीन करने की बात कही है। वही इस मामले को लेकर जितनी मुंह उतनी बातें कही जा रही है। अब देखना यह होगा कि सीसीटीवी फुटेज में छानबीन के बाद सच्चाई सामने क्या अस्पष्ट हो पाती है ।
ब्यूरो रिपोर्ट हजारीबाग

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