रक्तदान जीवनदान है, यह हर जिम्मेदार नागरिक का नैतिक कर्तव्य है। आरोग्यम अस्पताल सदैव मानव सेवा के ऐसे प्रयासों में सहभागी रहेगा :– हर्ष अजमेरा

हजारीबाग
झारखंड एकता मंच एवं झारखंड स्वतंत्रता सेनानी विचार मंच के संयुक्त तत्वावधान में जुलु पार्क स्थित मेहता भवन में एकदिवसीय रक्तदान शिविर का सफल आयोजन किया गया। इस आयोजन में आरोग्यम अस्पताल के ब्लड बैंक ने विशेष तकनीकी एवं चिकित्सकीय सहयोग प्रदान किया। शिविर का उद्देश्य जरूरतमंद मरीजों को समय पर रक्त की उपलब्धता सुनिश्चित करना तथा समाज में रक्तदान के प्रति जागरूकता फैलाना था। इस शिविर का उद्घाटन स्वतंत्रता सेनानी शहीद शेख़ भिखारी की परपोती एवं झारखंड एकता मंच की अध्यक्षा इम्तेशाम अली तथा झारखंड स्वतंत्रता सेनानी विचार मंच के अध्यक्ष बटेश्वर मेहता ने संयुक्त रूप से किया। वहीं श्री मेहता ने इम्तेशाम अली को मोमेंटो देकर सम्मानित किया.उद्घाटन अवसर पर सामाजिक कार्यकर्ताओं, युवाओं एवं स्थानीय नागरिकों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। शिविर में कुल 16 स्वैच्छिक रक्तदाताओं ने भाग लिया,जिनमें मितलेश कुमार,ओम प्रकाश मेहता,रंजीत कुमार,फरजाना परवीन, राम कुमार,संजय कुमार सहित अन्य लोगों ने रक्तदान कर मानवता के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाई।आरोग्यम अस्पताल के ब्लड बैंक की ओर से डॉ. एस. के. सिंह के नेतृत्व में मो. नदीम, ओम प्रकाश सिंह, किरण कुमारी, चंदन कुमार, पंकज एवं राक वर्मा सहित विशेषज्ञों की टीम ने तकनीकी प्रक्रिया को सुचारु रूप से संपन्न कराया। इस अवसर पर आरोग्यम अस्पताल के निर्देशक हर्ष अजमेरा ने कहा की रक्तदान जीवनदान है,और यह समाज के प्रति सबसे बड़ा निःस्वार्थ योगदान है। हमें यह समझना चाहिए की रक्त किसी फैक्ट्री में नहीं बनता, यह केवल मानव शरीर से ही प्राप्त किया जा सकता है। इसलिए प्रत्येक स्वस्थ नागरिक को समय-समय पर रक्तदान अवश्य करना चाहिए। आज झारखंड एकता मंच एवं स्वतंत्रता सेनानी विचार मंच ने जिस प्रतिबद्धता और सेवा भावना के साथ इस शिविर का आयोजन किया है, वह प्रशंसनीय है। आरोग्यम अस्पताल ब्लड बैंक सदैव इस प्रकार के मानवीय कार्यों के लिए तैयार रहेगा।शिविर के समापन पर सभी रक्तदाताओं को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इम्तेशाम अली अध्यक्ष, झारखंड एकता मंच एवं शहीद शेख़ भिखारी की परपोती ने कहा की स्वतंत्रता सेनानी शहीद शेख़ भिखारी ने देश के लिए अपना सर्वस्व बलिदान किया। आज उनका वंशज होने के नाते मेरा यह कर्तव्य बनता है कि समाज सेवा के हर कार्य में अग्रणी भूमिका निभाऊँ। रक्तदान जैसे पुनीत कार्य से न केवल हम किसी ज़िंदगी को बचा सकते हैं, बल्कि समाज में सहयोग और करुणा का संदेश भी देते हैं। आज युवाओं की भागीदारी देखकर यह विश्वास और मजबूत हुआ है कि आने वाली पीढ़ी भी देश और समाज के प्रति सजग है। झारखंड स्वतंत्रता सेनानी विचार मंच के अध्यक्ष एवं समाजसेवी बटेश्वर मेहता ने अपने संबोधन में कहा की स्वतंत्रता सेनानियों ने हमें जिस आज़ादी की सौगात दी, वह सिर्फ अधिकारों तक सीमित नहीं है बल्कि समाज के प्रति कर्तव्यों की भी मांग करती है। रक्तदान एक ऐसा कर्तव्य है जिससे मानवता की रक्षा होती है। यह बहुत ही खुशी की बात है कि आज का युवा वर्ग सेवा की भावना से प्रेरित होकर आगे आ रहा है।
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