हजारीबाग, 3 नवंबर।
कटकमसांडी प्रखंड के हटकोना नदी पर स्थायी पुल निर्माण की मांग एक बार फिर ज़ोर पकड़ने लगी है। दशकों से नदी पार करने की मुश्किलें झेल रहे ग्रामीण अब उम्मीद लगाए बैठे हैं कि इस बार उनकी आवाज़ प्रशासन तक पहुँचेगी।
नव झारखंड फाउंडेशन के केंद्रीय अध्यक्ष किशोरी राणा ने सोमवार को हजारीबाग उपायुक्त को एक विस्तृत पत्र (संख्या REF-01/2025) भेजकर इस मुद्दे को जनहित में तत्काल संज्ञान लेने की अपील की है। उन्होंने लिखा है कि आज़ादी के सात दशक बीत जाने के बावजूद हटकोना नदी पर कोई स्थायी पुल नहीं बन पाया, जिससे हर साल बारिश के मौसम में ग्रामीणों की जिंदगी थम जाती है।
राणा ने कहा कि बरसात के दिनों में यह नदी ग्रामीणों के लिए किसी अभिशाप से कम नहीं। स्कूल जाने वाले बच्चे, बीमार मरीज और गर्भवती महिलाएँ जान जोखिम में डालकर नदी पार करती हैं। कई बार एंबुलेंस भी नदी किनारे ही रुक जाती है, और समय पर इलाज न मिलने से लोगों की जान तक चली जाती है।
उन्होंने बताया कि अब तक केवल आश्वासन मिले हैं, समाधान नहीं। ग्रामीण आज भी लकड़ी और बांस के बने अस्थायी पुलों या नावों के सहारे नदी पार करने को मजबूर हैं।
किशोरी राणा ने मांग की है कि हटकोना नदी पर स्थायी पुल का निर्माण जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता में शामिल किया जाए, ताकि कटकमसांडी प्रखंड के हजारों लोगों को राहत मिल सके।
उन्होंने कहा — “यह पुल सिर्फ एक निर्माण कार्य नहीं, बल्कि विकास, सुरक्षा और सामाजिक जुड़ाव का प्रतीक बनेगा। हमें विश्वास है कि उपायुक्त के संवेदनशील नेतृत्व में यह वर्षों पुराना सपना अब हकीकत में बदलेगा।”
स्थानीय लोगों में भी अब एक नई उम्मीद जागी है कि हटकोना नदी पर पुल बनकर तैयार होगा, जिससे क्षेत्र की तस्वीर और तकदीर दोनों बदल जाएंगी।
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