बीआईटी मेसरा में रविवार को विस्थापित कर्मी की आकस्मिक मौत के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने कॉलेज गेट के बाहर नौ घंटे से जाम लगा रखा है। मृतक की पहचान नया टोली निवासी योगु महतो के रूप में हुई है, जो बीआईटी इंजीनियरिंग कॉलेज में सिक्योरिटी गार्ड के रूप में कार्यरत थे।
जानकारी के अनुसार, शनिवार (4 अक्टूबर) को ड्यूटी के दौरान योगु महतो की अचानक मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि प्रबंधन ने मौत के कारण की स्पष्ट जानकारी दिए बिना शव को अस्पताल से सीधे घर भेज दिया। इससे ग्रामीण और परिजन नाराज हो गए और रविवार सुबह 10 बजे से कॉलेज गेट के बाहर पार्थिव शरीर रखकर आंदोलन शुरू कर दिया।
मौके पर पहुंचे जेएलकेएम केन्द्रीय वरीय उपाध्यक्ष देवेंद्रनाथ महतो ने कहा कि “बीआईटी प्रबंधन का रवैया अमानवीय है। ड्यूटी के दौरान हुई मौत की जांच और पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग की जा रही है, लेकिन अब तक न तो वीसी और न ही रजिस्ट्रार वार्ता के लिए सामने आए हैं।”
गेट जाम से कॉलेज का आवागमन पूरी तरह ठप है। दुर्गा पूजा की छुट्टी के बाद लौट रहे छात्रों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई छात्र लौटने के बजाय वापस अपने घरों की ओर जा रहे हैं। आंदोलन को समर्थन देने के लिए देवेंद्र नाथ महतो के साथ कमलेश राम, संजय सहित सैकड़ों ग्रामीण मौके पर डटे हुए हैं। खबर लिखे जाने तक गेट जाम जारी था।
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