यह घटना सिंध प्रांत के सिंझोरो शहर की है। महिला का नाम दया भील है। हत्या की जानकारी, हिंदू समुदाय से पाकिस्तान की पहली महिला सांसद कृष्णा कुमारी ने सोशल मीडिया पर दी। घटना के बाद स्थानीय लोगों ने हत्यारों की गिरफ्तारी को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है।

पाकिस्तान। पाकिस्तान में हिंदुओं के खिलाफ अत्याचार कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं। अब एक विधवा हिंदू महिला की बेरहमी से हत्या करने का मामला सामने आया है। महिला का कत्ल करने के बाद उसकी लाश के साथ इस तरह से दरिंदगी की गई है कि आसपास के इलाकों में रहने वाली हिंदू आबादी में सनसनी फैल गई है। सिंध प्रांत के संघार में रहने वाली 40 साल की जिस विधवा महिला का कत्ल किया गया, उसका नाम दया भील (40) है। दया की सिर कटी लाश बरामद की गई है। उसके चेहरे की चमड़ी उधेड़ दी गई है। किसी धारदार हथियार से महिला के स्तन भी काट दिए गए हैं। साथ ही उसके पूरे शरीर पर जगह-जगह कट और चमड़ी छीलने के निशान भी बरामद हुए हैं। इस जघन्य हत्याकांड की गूंज पाकिस्तान के सोशल मीडिया में भी नजर आ रही है। लोग इस मामले को उठाते हुए अपने गुस्से का प्रदर्शन कर रहे हैं। मृतक महिला दया भील के 4 बच्चे हैं। उनका कहना है कि उनकी या उनकी मां की किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी।

यह पहला मामला नहीं है, जब पाकिस्तान में रहने वाले अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया गया है। अक्टूबर 2022 को पाकिस्तान के दक्षिण-पश्चिमी बलूचिस्तान प्रांत के कलात कस्बे में अल्पसंख्यक समुदाय की एक महिला की अस्थियों को अपवित्र करने का मामला सामने आया था। इसे लेकर हिंदू समुदाय के लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया था। हिंदू महिला की मौत के बाद महिला के रिश्तेदारों ने उसका अंतिम संस्कार श्मशान घाट में कर दिया था। जब महिला के परिजन श्मशान घाट से वापस लौट गए तो कुछ अज्ञात लोगों ने महिला की अस्थियों को बाहर फेंक दिया।
इससे पहले 12 अगस्त 2022 को मिल में काम करने वाली लड़की को चार लोगों ने किडनैप कर लिया था। इसके बाद लड़की के माता-पिता ने दावा किया कि उसकी लड़की का जबरन धर्म बदलवा दिया गया और अपहरणकर्ताओं में से एक ने उससे शादी कर ली. जब उन्होंने पुलिस से इसकी शिकायत की तो सितंबर तक केस दर्ज नहीं किया गया। इसके बाद पुलिस और मानवाधिकार अधिकारियों ने उसे बलूचिस्तान प्रांत से बरामद किया था और उसे पाकिस्तान के हैदराबाद लाया गया था। इसके बाद लड़की को एक शेल्टर होम में रखा गया क्योंकि उसके पति ने उसके माता-पिता के खिलाफ कोर्ट में मामला दायर कर दिया था।
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