बिहार : बिहार और उत्तर प्रदेश के बीच रेल यात्रा अब पहले से ज्यादा तेज़ और सुविधाजनक होने जा रही है। 20 जून 2025 से पाटलिपुत्र-गोरखपुर वंदे भारत एक्सप्रेस अपनी पहली सेवा शुरू करेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस अत्याधुनिक ट्रेन को पाटलिपुत्र जंक्शन से हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। यह ट्रेन सप्ताह में छह दिन चलेगी और बिहार के प्रमुख शहरों को गोरखपुर से जोड़ने का काम करेगी। इससे यात्रियों का समय बचेगा और यात्रा का अनुभव बेहतर होगा।
इस हाई-स्पीड ट्रेन का रैक गोरखपुर रेलवे यार्ड में पहुंच चुका है और जल्द ही इसका ट्रायल रन भी किया जाएगा। ट्रेन सुबह 6:30 बजे गोरखपुर से रवाना होकर दोपहर 1:30 बजे पाटलिपुत्र पहुंचेगी। वहीं, वापसी में यह दोपहर 2:25 बजे पाटलिपुत्र से चलकर रात 9:35 बजे गोरखपुर पहुंचेगी। लगभग 400 किलोमीटर की दूरी को यह ट्रेन सात घंटे में तय करेगी, जो मौजूदा ट्रेनों से करीब दो घंटे कम है।
इस वंदे भारत एक्सप्रेस का ठहराव मुजफ्फरपुर, बापूधाम मोतिहारी, बेतिया, नरकटियागंज और कप्तानगंज स्टेशनों पर होगा। ट्रेन में आठ कोच होंगे, जिनमें एक एग्जीक्यूटिव क्लास और सात चेयर कार शामिल हैं। यात्रियों को जीपीएस आधारित सूचना प्रणाली, ऑटोमैटिक दरवाजे, बायो-वैक्यूम टॉयलेट और आरामदायक सीटों जैसी आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी। बेहतर सुरक्षा और ऑनबोर्ड कैटरिंग के साथ यह ट्रेन प्रीमियम यात्रा का अनुभव देगी।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार किराया और अंतिम समय-सारणी की घोषणा मंगलवार तक की जाएगी। हालांकि, अनुमान है कि यह सेवा किफायती और सुविधाजनक होगी। यह ट्रेन बिहार और उत्तर प्रदेश के बीच व्यापार, पर्यटन और दैनिक यात्रा के लिए एक नया रास्ता खोलेगी। विशेष रूप से धार्मिक स्थलों जैसे गोरखपुर और अयोध्या जाने वाले यात्रियों के लिए यह ट्रेन लाभकारी साबित होगी। स्थानीय लोगों में इसकी शुरुआत को लेकर काफी उत्साह है और इसे बिहार के आधुनिक रेल नेटवर्क से जुड़ाव की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, जो क्षेत्रीय विकास को भी रफ्तार देगा।
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