खूंटी : झारखंड स्वास्थ्य और पोषण किसी भी समाज के समग्र विकास के महत्वपूर्ण आधार हैं। खूंटी जिले ने ‘एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट्स प्रोग्राम’ के तहत उल्लेखनीय प्रगति दर्ज की है और इसी उपलब्धि के लिए इसे ₹3 करोड़ का पुरस्कार प्रदान किया गया है। यह सम्मान जिले द्वारा मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सुधारने, स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता बढ़ाने और पोषण संबंधी चुनौतियों को दूर करने के प्रयासों के लिए दिया गया है।
खूंटी जिले में कुपोषण, मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी और दूरदराज के क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता बढ़ाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं:
– मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवा का विस्तार – संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देना, गर्भवती महिलाओं की समय पर देखभाल (एंटेनेटल केयर) और प्रसवोत्तर देखभाल को मजबूत करना, जिससे मातृ एवं नवजात मृत्यु दर में कमी लाई जा सके।
– टीकाकरण कवरेज को बढ़ावा – हर बच्चे को जीवनरक्षक टीके उपलब्ध कराना ताकि उनका स्वस्थ भविष्य सुनिश्चित किया जा सके।
– कुपोषण से लड़ाई – पोषण अभियान (Poshan Abhiyaan) की पहुंच बढ़ाना, पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थों की उपलब्धता सुनिश्चित करना और सामुदायिक स्तर पर कुपोषित बच्चों के प्रबंधन के प्रयासों को गति देना।
-स्वास्थ्य सेवाओं की अंतिम छोर तक पहुंच – मोबाइल हेल्थ यूनिट्स की तैनाती, आशा और एएनएम कार्यकर्ताओं को सशक्त बनाना और दूरस्थ गांवों में टेलीमेडिसिन सेवाओं का विस्तार करना।
नीति आयोग ने ‘टीम खूंटी’ की इस अथक प्रतिबद्धता की सराहना की है, जिससे जिले में स्वास्थ्य और पोषण क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव देखने को मिले हैं। यह मान्यता इस बात का प्रमाण है कि खूंटी बेहतर स्वास्थ्य, पोषण और सशक्त भविष्य के निर्माण की दिशा में मजबूती से आगे बढ़ रहा है।
Leave a comment