धनबाद जिला के निरसा विद्यानसभा क्षेत्र अंतर्गत चिरकुंडा थाना से मात्र 50 मीटर की दूरी पर बराकर नदी स्थित सन 1925 में निर्माण हुआ चिरकुंडा-बराकर पुल काफी लंबे समय से जर्जर एवम क्षतिग्रस्त अवस्था में है जिस वक्त इस पुल का निर्माण हुआ था तब पुल की दीवार पर बोर्ड लगाया गया था जिस पर साफ सब्दों में लिखा हुआ था भार क्षमता 10 टन मगर समय बीतने के पश्चात इस पुल से 15 से 20 टन माल लोड लेकर बड़ी गाड़ियां पार होती थी जिस कारण पुल क्षतिग्रस्त एवम जर्जर हो गया तब जाकर पूल के चिरकुंडा एवम बराकर दोनों छोर पर 5-5 फुट का बैरियर लगा दिया गया ताकि भारी वाहन का आवागमन इस पूल से न हो परंतु कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा दोनों छोर के बैरियर को तोड़कर हटा दिया गया है अब भारी वाहनों का आवागमन पुनः इस पूल पर आरम्भ हो चुका है जो भविष्य में किसी बड़ी अप्रिय घटना को दावत दे रहा है चिरकुंडा नगर परिषद पूर्व अध्यक्ष मुरली तूरी ने सबको आड़े हाथों लेते हुए बताया कि जिला प्रशासन एवम सरकार जल्द से जल्द इस पुल पर पुनः 5 फुट का वैरियर लगवाए जिससे भविष्य में कोई बड़ी अप्रिय घटना से बचा जा सके अगर यदि 10 दिनों के भीतर सरकार एवम जिला प्रशासन इसपर ध्यान देते हुए बैरियर नही लगवाती है तो मैं यहीं धरने पर बैठ जाऊंगा।
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