रामगढ़ जिले के पतरातू पीवीयूएन के निर्माणाधिन प्लांट अंतर्गत सी एच पी निर्माण कार्य में ब्लास्टिंग के पश्चात भारी मात्रा में निकाला गया पत्थर जिसका इन दोनों हो रहा है दुरुपयोग। हालाँकि इस संदर्भ में खनन विभाग के द्वारा इसकी जांच पड़ताल करके उसे सरकारी आंकड़ों में लिया जा चुका है। इन दिनों इतनी भारी मात्रा में जमा इन पत्थरों को हटाने की कवायत की जा रही है। इस संदर्भ में खनन विभाग के द्वारा पूर्व में निविदा निकालकर आम लोगों से निविदा फार्म भरने की अपील भी की जा चुकी है। मगर अभी तक किसी फॉर्म या व्यक्ति के द्वारा निविदा के आलोक में कोई कार्यवाही नहीं होने के पश्चात पत्थरों के इतने बड़े पहाड़ नुमा अंबर को जल्द से जल्द हटाकर वहां काम के लिए जगह क्लियर करने की कवायत की जा रही है। मगर मुश्किल यह है कि खनन विभाग के द्वारा पत्थर को बिना अनुमति के प्रयोग में न लाने की सख्त हिदायत दी जा चुकी है। और कहीं ना कहीं निर्माण कार्य में इस पहाड़ों में पत्थरों के अंबार की वजह से मुश्किलें खड़ी हो रही है। ऐसे में विभाग के द्वारा यथा शीघ्र इस पर कार्रवाई करते हुए इस समस्या का समुचित निदान निकालना चाहिए। ताकि निर्माण कार्य किसी भी रूप से बाधित न हो और सरकारी पत्थर का दुरुपयोग भी ना हो। इस संदर्भ में डीएमओ रामगढ़ नीतीस कुमार से दूरभाष पर संपर्क करने पर उन्होंने बताया कि हमारे जानकारी के अनुसार लगभग 60000 मिट्रिक टन पत्थर वहां है जिसकी जानकारी हमें है। किन्ही कारणों से अभी इसका ऑक्शन नहीं हो पाया है और तत्काल इसे हटाया भी नहीं जा सका है। मगर जब तक खनन विभाग के द्वारा अगला आदेश जारी न हो तब तक इसे यथास्थान ही रहने दिया जाए। बहुत जल्द इस समस्या का समाधान निकाल लिया जाएगा।
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