लातेहार : लातेहार से एक बेहद दर्दनाक और दुर्बाग्यपूर्ण घटना सामने आई है। शुक्रवार की शाम वज्रपात की चपेट में आने से चंदवा प्रखंड की सहिया सुभाष देवी की मौत हो गयी। हैरान करने वाली बात यह है कि साल 2013 में इसी तरह वज्रपात से उनके पति और बेटे की भी जान गयी थी। अब एक ही परिवार में 3 लोगों की मौत वज्रपात से होने की खबर से इलाके में शोक की लहर है।
सुभाष देवी चंदवा प्रखंड के पूरन टोली की रहने वाली थीं और स्वास्थ्य विभाग में सहिया के रूप में कार्यरत थी। शुक्रवार को विश्व जनसंख्या दिवर पर आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने आई थी। कार्यक्रम खत्म होने के बाद जैसे ही वह घर लौटने लगी, चंदवा प्रखंड कार्यालय के पास अचनाक तेज गर्जना के साथ बिजली गिरी, जिससे वह बेहोश होकर गिर पड़ी।
स्थानीय लोगों ने तुरंत उन्हें अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। चंदवा की प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. नीलिमा ने पुष्टि की कि सुभाष देवी की मौत रास्ते में ही हो चुकी थी। अस्पताल के कर्मियों और गांववालों ने गहरी संवेदना जताई, वहीं यह जानकारी भी दी कि साल 2013 में उनके पति फगुआ मुंडा और बेटे यमुना मुंडा की मौत भी वज्रपात से हुई थी, जब वे खेत में काम कर रहे थे।
पति और बेटे की मौत के बाद, सुभाष देवी ने अकेले अपने परिवार को संभाला था। उनके छोटे बेटे गंगा मुंडा ने बताया कि उस समय वे बहुत छोटे थे, मां ही सब कुछ थीं। अब उनकी भी इसी तरह आकाशीय बिजली से मौत हो गई, जिससे परिवार पूरी तरह टूट गया है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा, और फिर परिजनों को सौंप दिया। लातेहार के अपर समाहर्ता रामा रविदास ने घटना पर शोक जताते हुए बताया कि सरकारी प्रावधान के तहत परिजनों को 4 लाख का मुआवजा दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि मुआवजा पाने के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट, मृत्यु प्रमाण पत्र और अंचल कार्यालय में आवेदन देना जरूरी होता है।
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