हजारीबाग जिले के भुरकुंडा टोला निवासी 62 वर्षीय बाबूराम मांझी का शव बुधवार, 3 सितंबर को जंगल में खुखड़ी चुनने के दौरान लापता हो गए थे। शुक्रवार को स्थानीय ग्रामीण जब मवेशी चराने जंगल पहुंचे, तो उन्होंने बाबूराम मांझी का शव क्षत-विक्षत अवस्था में देखा। इसके बाद तुरंत वन विभाग को सूचित किया गया।
सूचना मिलने के बाद मांडू वन प्रक्षेत्र की टीम मौके पर पहुंची और शव की स्थिति का जायजा लिया। वन विभाग ने पुष्टि की कि बुधवार को ही हाथियों के एक झुंड ने बाबूराम मांझी पर हमला कर उनकी जान ले ली थी। इसके बाद, वन विभाग ने उसी रात हाथियों के झुंड को झुमरा पहाड़ की ओर खदेड़ दिया था। इस घटना के बाद, वन विभाग ने मृतक के परिजनों को तत्काल 10,000 रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की। इसके अलावा, शेष 3,90,000 रुपये की राशि कागजी प्रक्रिया पूरी होने के बाद उन्हें दी जाएगी।
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