हजारीबाग झारखंड के शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो ने गुरुवार की सुबह चेन्नई अस्पताल में अपनी अंतिम सांसे ली। चेन्नई अस्पताल के एक वरिष्ठ डॉक्टर ने यह जानकारी दी। वह 57 वर्ष के थे और कोरोना काल में संक्रमण के चलते उनके फेफड़ों का प्रत्यारोपण किया गया था, स्वास्थ्य विभाग के अनुसार पिछले दिनों अस्वस्थ्य महसूस होने के बाद उन्हें यहां अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इसके बाद उन्हें चेन्नई ले जाया गया था, जहां इलाज के दौरान गुरुवार को सुबह उनका निधन हो गया।इससे पूर्व चेन्नई स्थित एमजीएम हेल्थकेयर अस्पताल के चिकित्सक डा. अपार जिंदल ने के अनुसार महतो कोरोना काल में कोराना संक्रमित होने के बाद महतो का इसी अस्पताल में इलाज किया गया था और नवंबर 2020 में उन्हें फेफड़े का प्रत्यारोपण किया गया था. जगरनाथ महतो के परिवार में उनका एक पुत्र एवं चार पुत्रियां हैं. वह गिरिडीह के डुमरी से झारखंड मुक्ति मोर्चा के चार बार विधायक रहे।इस दुख की घड़ी में संवेदना प्रकट करते हुए युवा समाजसेवी हर्ष अजमेरा ने कहा कि काफी लंबे समय से बीमार के बीच योद्धा की तरह डटे रहे और उनका यूं ही चले जाना पूरे झारखंड के लिए अत्यंत दुखदायी है। ईश्वर उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान दे। साथ ही कहा कि जब भी उनसे मुलाकात हुई है उन्होंने समाज के प्रति सेवा को लेकर काफी प्रोत्साहित किया है उनका यूं ही चले जाना मेरे मन को झंझोर रहा है।

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