हजारीबाग प्रखंड क्षेत्र के कटकमसाडी, आराभुसाई, ढौठवा, शाहपुर, डांड़, बाझा, लुपुंग, खुटरा, पबरा, रोमी, पेलावल उत्तरी, पेलावल दक्षिणी, रेबर, डांटो, कंचनपुर व गदोखर पंचायत क्षेत्र में केंद्र सरकार के नल जल योजना में ठेकेदार व सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों के साठगांठ से सरकारी राशि की बंदरबांट की जा रही है। ग्रामीणों द्वारा घटिया कार्य करने के विरोध करने पर साइड इंचार्ज द्वारा उल्टे ग्रामीणों को देख लेने की धमकी दिया जा रहा है। ग्रामीणों के मौजूदगी में जब घर तक पहुंचने वाला होम पाइप को महज दो से तीन इंच की मात्र गहराई में पाइप बिछाते देखा गया। वहीं मेन पाइप, जो पूरे 20 से 25 घरों का सप्लाई उसी पाइप से किया जाना है, वह महज दो फीट की गहराई में बिछाया गया। जबकि होम पाइप एक फीट और मेंन पाइप तीन फीट की गहराई में किया जाना है। कम गहराई में पाइप बिछाने से जोताई कोड़ाई करने से पाइप टूटने कर नुकसान हो सकता है, जिससे पानी सप्लाई अवरुद्ध हो सकता है। ग्रामीणों का कहना है कि पाइप सबसे निम्न स्तर का लगाया जा रहा है, जो टिकाऊ नहीं है। इतना ही नही, पैसे बचाने के लिए पूर्व का पुराने ड्राई चापानल में मोटर डाल अपना योजना पूर्ण कर घोटाला करने का प्रयास जारी है। इधर जेई से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि हम लोगों को प्राक्कलन के मुताबिक यही दिशा निर्देश दिया गया है। इधर स्थानीय लोगों का कहना है कि हम लोग ठेकेदार के काम से परेशान हैं। बता दें कि कटकमसांडी प्रखंड क्षेत्र में इन दिनो जलनल योजना के अन्तर्गत 16 पंचायतो में कार्य शुरू है। लेकिन सभी पंचायतों में यही हाल है। ठेकेदार द्वारा जैसे तैसे पाइप बिछा व घटिया पाइप लगा योजना को वारे न्यारे करने में लगे हैं। वैसे पीएचईडी का खेल निराला है। वर्मी कम्पोस्ट और शौचालय निर्माण का निर्माण आज भी क्षेत्र में देखने लायक है। सभी बेकार व कमाऊ योजना बन कर रह गया।

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