
हजारीबाग/दारू प्रखंड में गुरुवार हरली गांव में दर्दनाक हादसा हो गया, जब हाथियों के झुंड से बिछड़कर एक भटके हाथी ने एक व्यक्ति को कुचलकर मौत के घाट उतार दिया। मृतक की पहचान हरली निवासी सुरेश विश्वकर्मा उम्र लगभग 48 वर्ष पिता: स्व. महावीर विश्वकर्मा के रूप में हुई है।

परिवारवालों ने बताया कि सुरेश बुधवार रात रामगढ़ के चैनपुर बड़गांव बारात में गए थे। वापस लौटते समय गुरुवार सुबह करीब 4 बजे जैसे ही वह हरली रोड से अपने घर की ओर बढ़े, रास्ते में अचानक एक हाथी सामने आ गया और हमला कर दिया। हमले में सुरेश की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई।
घटना की सूचना मिलते ही दारू थाना प्रभारी शफीक खान दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे। और शव को अपने कब्जे में लिया। कुछ देर बाद वन विभाग की टीम भी घटनास्थल पर पहुंची और घटनाक्रम के पूछताछ के बाद मृतक के परिवार को मुखिया एवम् ग्रामीणों के समक्ष ₹50,000 की तात्कालिक सहायता राशि प्रदान की। साथ ही आश्वासन दिया गया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ₹3,50,000 की अतिरिक्त सहायता दी जाएगी।
गांव में आक्रोश और डर का माहौल
प्रत्यक्षदर्शियों और ग्रामीणों का आरोप है कि पिछले 10 दिनों से हाथियों का झुंड क्षेत्र में घूम रहा है, लेकिन वन विभाग ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। ग्रामीणों ने बताया कि कई बार फोन करने के बावजूद वन विभाग के कर्मचारी फोन नहीं उठाते। हाथियों ने कई बाउंड्री तोड़ दी और तरबूज की फसलें भी नष्ट कर दीं।
हरली पंचायत की मुखिया फरजाना खातून ने वन विभाग की लापरवाही पर नाराजगी जताते हुए कहा कि हाथियों के लिए स्पष्ट कॉरिडोर न होने के कारण ऐसी घटनाएं हो रही हैं और आम लोग लगातार खतरे में हैं।
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