जान बचाने वाली पहली ढाल होती है हेलमेट : उपेंद्र कुमार
रिपोर्ट सुमित कुमार पाठक पतरातु

श्री अग्रसेन स्कूल भुरकुंडा के प्रांगण में भुरकुंडा थाना पुलिस के द्वारा शुक्रवार को ‘वियर हेलमेट सेव लाइफ’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस जागरूकता कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि थाना प्रभारी उपेंद्र कुमार, वरिष्ठ पत्रकार राजकुमार सिंह, स्कूल के निदेशक प्रवीण राजगढ़िया, प्राचार्य विवेक प्रधान ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
जागरूकता कार्यक्रम के प्रथम चरण में विद्यार्थियों को सड़क दुर्घटना के कारणों, उससे होनेवाले नुकसान, परिजनों की तकलीफ पर आधारित शॉर्ट फिल्म दिखाई गई। इस कार्यक्रम में हेलमेट का महत्व, सड़क सुरक्षा नियमों का पालन, अंडरएज में वाहन नहीं चलाने के सीख दी गई।
थाना प्रभारी उपेंद्र कुमार ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं का सीधा संबंध जागरूकता से है। यदि युवा पीढ़ी सड़क पर सुरक्षित व्यवहार अपनाए, तो कई घटनाओं को रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि आज सड़क सुरक्षा केवल कानून का विषय नहीं रहा, बल्कि जीवन का सवाल बन चुका है। हर दिन हम ऐसे कई हादसों के गवाह बनते हैं जो केवल एक छोटी सी असावधानी के कारण होते हैं। हेलमेट पहनना कोई विकल्प नहीं, बल्कि आवश्यकता है। कई युवक इसे बोझ या फैशन से विपरीत मानकर अनदेखा करते हैं, जबकि यह उनकी जान बचाने वाली सबसे पहली ढाल है। थाना प्रभारी ने कहा कि मुझे सबसे अधिक चिंता अंडर एज बाइक चलाने वालों की होती है। नाबालिग बच्चे कम आयु के कारण न तो वाहन पर उचित नियंत्रण रख सकते हैं और न ही आकस्मिक स्थिति में निर्णय लेने में सक्षम होते हैं। नियमों का पालन कर हम न केवल अपनी सुरक्षा करते हैं बल्कि दूसरों को भी सुरक्षित रखते हैं।
निदेशक प्रवीण राजगढ़िया ने कहा कि युवाओं के लिए केवल पुस्तकीय ज्ञान ही नहीं, बल्कि जीवन से जुड़े व्यवहारिक नियमों की समझ भी उतनी ही आवश्यक है, इनमें सड़क सुरक्षा सर्वोपरि है। यदि हम अपने बच्चों को सुरक्षित आदतें नहीं सिखाएँगे, तो आने वाले समय में दुर्घटनाओं की संख्या और भयावह रूप ले सकती है। इसलिए हमेशा याद रखिए कि सुरक्षित रहना ही सबसे बड़ी समझदारी है।
कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने अतिथियों से हेलमेट की गुणवत्ता, लाइसेंस प्राप्त करने की न्यूनतम आयु, ट्रैफिक रूल आदि से जुड़े प्रश्न भी पूछे।
कार्यक्रम का संचालन कुमुल कुमार ने किया। इस अवसर पर नाजिया तौहिद, साधना सिन्हा, अंकित विश्वकर्मा, संतोष कुमार उपस्थित थे।
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